बता दें कि हादसे के वक्त स्कूल में प्रार्थना हो रहा था और बच्चों को संभलने तक का मौका नहीं मिला। चीख-पुकार के बीच मलबे में कई नन्हीं जिंदगियां दब गईं। अब तक की जानकारी के अनुसार, सात बच्चों की मौत की पुष्टि हो चुकी है।
महिलाएं रोती-बिलखती दिखीं
हादसे के तुरंत बाद ग्रामीणों ने बिना किसी देरी के राहत कार्य शुरू किया। महिलाएं रोती-बिलखती दिखीं, तो पुरुष ईंटें हटाकर बच्चों को बचाने में जुट गए। घटना के वीडियो भी सामने आए हैं, जिनमें ग्रामीण मलबा हटाते और रोती हुई माताएं मदद के लिए चीखती दिखाई दे रही हैं।
प्रशासनिक अमल पहुंचा
प्रशासनिक अमला भी मौके पर पहुंच चुका है। जेसीबी मशीनों की मदद से मलबा हटाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। जो बच्चे बाहर निकाले गए हैं, उन्हें मनोहर थाना अस्पताल और गंभीर घायलों को झालावाड़ जिला अस्पताल रेफर किया गया है।
क्या कहना है स्थानीय लोगों का
स्थानीय लोगों के अनुसार, स्कूल की इमारत काफी समय से जर्जर हालत में थी और कई बार इसकी मरम्मत की मांग की गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। बीते कुछ दिनों से इलाके में भारी बारिश हो रही थी, जो इस हादसे की एक बड़ी वजह मानी जा रही है। वहीं, हादसे के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने सड़क पर जाम लगा दिया है और कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
प्रशासनिक लापरवाही उजागर
इस हादसे ने सरकारी स्कूलों की बदहाल स्थिति और प्रशासनिक लापरवाही को एक बार फिर उजागर कर दिया है। गांव में मातम पसरा हुआ है और गुस्साए ग्रामीणों ने लापरवाही के खिलाफ सड़क पर उतरकर प्रदर्शन शुरू कर दिया है। प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं और हादसे के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की बात कही गई है।

वहीं, मुख्यमंत्री ने भी दुख व्यक्त करते हुए पीड़ित परिवारों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। वहीं, झालावाड़ के जिला कलेक्टर अजय सिंह राठौड़ ने कहा कि मामले में राहत और बचाव कार्य जारी है। मामले में जांच कर जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
‘झालावाड़ के पिपलोदी में विद्यालय की छत गिरने से हुआ दर्दनाक हादसा अत्यंत दुःखद एवं हृदयविदारक है। घायल बच्चों के समुचित उपचार सुनिश्चित करने हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है, ईश्वर दिवंगत दिव्य आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करें तथा शोकाकुल परिजनों को यह अपार दुःख सहन करने की शक्ति दें. ॐ शांति!’
-भजनलाल शर्मा, राजस्थान मुख्यमंत्री
अशोक गहलोत ने जताया दुख
घटना पर दुख जताते हुए राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट किया, “झालावाड़ के मनोहरथाना में एक सरकारी स्कूल की इमारत गिरने की खबर आ रही है, जिसमें कई बच्चे और शिक्षक हताहत हुए हैं। मैं ईश्वर से कम से कम जनहानि और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।”