डीसीपी (साउथ) राजर्षि राज के अनुसार, करौली निवासी गैंग का मास्टरमाइंड भरतलाल मीणा (38), रामकेश मीणा (32) और रीना मीणा उर्फ सुमन (20) को गिरतार किया गया है। भरतलाल लखनऊ (उत्तर प्रदेश) में रेलवे में टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत है और छुट्टी लेकर वारदात को अंजाम देने जयपुर आया था।
ऐसे पकड़े आरोपी
बदमाशों ने फिरौती लेने के लिए जगन्नाथपुरी त्रिवेणी नगर की लोकेशन भेजी। पुलिस ने मामले की जानकारी मिलते ही गैंग को दबोच लिया। युवक को दुर्गापुरा स्थित शांति नगर के एक किराए के मकान में बंधक बनाकर रखा गया था। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बाहर खड़ी युवती को राउंडअप किया। युवती ने कमरे का ताला लगा रखा था। पुलिस ने ताला खुलवाकर युवक को मुक्त कराया।
20 घंटे तक बंधक बनाकर की मारपीट
गैंग ने युवक को 20 घंटे तक बंधक बना मारपीट की। घटना को अंजाम देने के लिए गिरोह ने तीन दिन पहले मकान किराए पर लिया। आरोपियों ने तीन महीने पहले साजिश रचते हुए रीना से फोन करवा कर युवक से दोस्ती कराई। उसे मिलने के लिए बुलाया और बंधक बनाकर उसके भाई से फिरौती की मांग की। पुलिस ने युवती सहित तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
ऐसे सामने आया मामला
चार अगस्त को महवा, दौसा निवासी देवेंद्र सैनी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि तीन अगस्त को उसके भाई शैलेन्द्र सैनी के मोबाइल पर एक कॉल आई, जिसमें कहा गया कि तुम्हारे भाई को पकड़ रखा है। उसने एक लड़की से बलात्कार किया है। अगर उसे बचाना है तो आठ लाख रुपए लेकर आओ, वरना जान से मार देंगे और झूठे मुकदमे में फंसा देंगे।