वोटों की चोरी का लगाया आरोप
राहुल गांधी ने कहा कि वोट की चोरी संविधान के साथ धोखा है। उन्होंने कहा- जहां नए वोट आए वहां बीजेपी जीती। संविधान एक वोट का अधिकार देता है। पिछले चुनाव में हमारे सामने एक सवाल उठा, लोकसभा का चुनाव हुआ। उसके बाद महाराष्ट्र का विधानसभा चुनाव हुआ। एक ओर जहां लोकसभा में हमारा गठबंधन महाराष्ट्र के चुनाव को जीतता है, वहीं 4 महीने बाद बीजेपी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में जीत जाती है। हमने पता लगाया कि मालूम हुआ कि विधानसभा चुनाव में 1 करोड़ नए लोगों ने वोट किया। राहुल गांधी ने आगे कहा कि तब हमें लगा कि दाल में कुछ काला है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में हमारी जो पोलिंग थी। वह हमें 15-16 सीटें दे रही थी, हम रुझानों में 16 पर आगे थे। हमने 9 सीटों पर जीत दर्ज की। जब हमने चुनाव आयोग से वोटर लिस्ट मांगा, इलेक्ट्रॉनिक सॉफ्ट कॉपी मांगी तो उन्होंने मना कर दिया। राहुल ने सीधा-सीधा आरोप लगाया कि चुनाव आयोग और बीजेपी ने मिलकर कर्नाटक से लोकसभा चुराई है। उन्होंने महादेवपुरा लोकसभा सीट का उदाहरण देते हुए कगहा कि यहां 1 लाख 250 वोट चोरी किए गए। उन्होंने 5 तरीके गिनाते हुए कहा कि फर्जी मतदाता, फर्जी पता, एक ही पते पर कई वोटर, इनवेलिड फोटो और फॉर्म 6 का गलत इस्तेमाल करते हुए वोट चुराई गई।
पहले सवाल उठाते हुए लिखा था लेख
यह पहली बार नहीं है कि जब राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर निशाना साधा हो। वह बीते कई महीनों से लगातार चुनाव आयोग पर सवाल उठा रहे हैं। इससे पहले राहुल गांधी ने चुनाव आयोग और बीजेपी के खिलाफ एक आर्टिकल लिखा था। इसका शीर्षक ‘मैच फिक्सिंग महाराष्ट्र’ दिया। इसमें उन्होंने बताया था कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में धांधली हुई थी। उन्होंने अपने लेख में आगे लिखा कि भाजपा (BJP) आगामी बिहार विधानसभा में चुनाव में भी धांधली करेगी। बिहार चुनाव में (Bihar Assembly Election) भी उसी तरीके की मैच फिक्सिंग होगी। राहुल ने अपने आर्टिकल में कहा कि यह समझना मुश्किल नहीं है कि भाजपा महाराष्ट्र में इतनी हताश क्यों थी, लेकिन चुनावी धांधली मैच फिक्सिंग की तरह है, जो पक्ष धोखा देता है। वह खेल जीत सकता है, लेकिन इससे संस्थाओं को नुकसान पहुंचता है। परिणाम देखकर जनता का भरोसा टूटता है। उन्होंने कहा कि सभी भारतीयों को सबूत देखना चाहिए। वह खुद ही फैसला करें और सरकार व संस्था से जवाब मांगे। क्योंकि महाराष्ट्र की मैच फिक्सिंग बिहार चुनाव में भी होगी। यह फिर हर जगह होगी, जहां पर भारतीय जनता पार्टी हार रही है।
वोटर लिस्ट गहन पुनरीक्षण के खिलाफ मार्च की तैयारी
कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी दलों ने वोटर लिस्ट पुनरीक्षण के खिलाफ मार्च निकालने की तैयारी की है। यह 11 अगस्त को संसद से चुनाव आयोग तक मार्च निकाली जाएगी।
विपक्ष के अन्य नेता भी चुनाव आयोग पर उठा रहे सवाल
सिर्फ राहुल गांधी ही नहीं, बल्कि विपक्ष के कई नेता भी चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल उठा रहे हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनाव आयोग बीजेपी के बंधुआ मजदूर की तरह काम कर रहा है। अमित शाह के इशारे पर यह कठपुतली बन गया है। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और राजद विधायक तेजस्वी यादव भी लगातार चुनाव आयोग पर हमलावर हैं। उन्होंने तो चुनाव बहिष्कार तक की बात कह दी।
राहुल के आरोपों पर चुनाव आयोग ने क्या किया
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आरोपों पर कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने राहुल गांधी को नोटिस भेजकर मतदाता पंजीकरण नियम, 1960 के रूल 20(3)(बी) के तहत शपथ पत्र जमा करने की मांग की है।