बिजली गुल की शिकायतें कॉल सेंटर पर दर्ज होती रहीं, लेकिन फील्ड में एफआरटी टीम न होने के कारण शिकायतों का समाधान नहीं हुआ। उधर, राखी का त्योहार मनाने में व्यस्त बिजली इंजीनियर पूरी तरह से फेस्टिव मूड में दिखे और दिन भर भगवान से यही प्रार्थना करते रहे कि बिजली तंत्र में कोई बड़ा फॉल्ट न आए। अब सोमवार को ही इंजीनियर और प्रबंधन के आला अधिकारी उपभोक्ताओं की सुध लेंगे।
दौड़ते-दौड़ते पस्त हुई टीम
प्रबंधन ने सब-डिवीजनों में तैनात तकनीकी कर्मचारियों और ठेकेदार के कर्मचारियों की दो अलग-अलग टीमें बनाईं, जो बिजली गुल की शिकायतों पर दौड़ती रहीं। लेकिन शाम तक ये टीमें थककर पस्त हो गईं, क्योंकि तकनीकी कर्मचारियों को एफआरटी कर्मियों जैसा फील्ड अनुभव नहीं था।
‘समाधान’ नहीं, शिकायत बंद
एफआरटी के बिना बिजली गुल की शिकायतों के समाधान में जुटे फील्ड इंजीनियरों ने कहा कि कई उपभोक्ताओं ने बताया कि उन्होंने बिजली गुल की शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन कॉल सेंटर से समाधान बताते हुए शिकायत बंद करने का मैसेज मोबाइल पर आ गया।
त्योहार के बाद ही जागेगा प्रबंधन
त्योहार के दिन से लेकर विद्युत भवन में बैठे डिस्कॉम के आला अधिकारी भी पूरी तरह से फेस्टिव मूड में रहे। अब रविवार को अवकाश रहेगा। एफआरटी हड़ताल खत्म कराने या फर्म के खिलाफ कार्रवाई अब सोमवार को ही होगी, जब कार्यालय खुलेगा।