क्या हुई बात
यूक्रेनी राष्ट्रपति ने बताया कि पीएम मोदी को यूक्रेनी शहरों और गांवों पर रूसी हमलों के बारे में जानकारी दी। कल ज़ापोरिज्जिया के बस अड्डे पर हुए हमले के बारे में भी बताया, जहां पर रूस द्वारा जानबूझकर की बमबारी की गई। इस हमले में दर्जनों लोग घायल हुए थे।
शांति प्रयासों का समर्थन कर रहा भारत
जेलेंस्की ने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि भारत हमारे शांति प्रयासों का समर्थन कर रहा है और इस स्थिति से सहमत है कि यूक्रेन से संबंधित हर चीज़ का निर्णय यूक्रेन की भागीदारी से ही होना चाहिए। अन्य प्रारूपों से परिणाम नहीं मिलेंगे।
रूस के खिलाफ प्रतिबंध लगाने का किया आह्वान
यूक्रेनी राष्ट्रपति ने रूस के खिलाफ प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया क्योंकि यूक्रेन में युद्ध अपने चौथे वर्ष में प्रवेश कर गया है। जेलेंस्की ने कहा कि मैंने पाया कि रूसी ऊर्जा, खासकर तेल, के निर्यात को सीमित करना ज़रूरी है ताकि इस युद्ध को जारी रखने के लिए उसकी क्षमता और वित्तपोषण क्षमता को कम किया जा सके। बता दें कि जेलेंस्की का यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत को रूसी तेल की ख़रीद पर अमेरिका से 50 प्रतिशत टैरिफ़ का सामना करना पड़ रहा है।
मोदी ने युद्ध पर किया स्पष्ट रूख
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्होंने यूक्रेनी राष्ट्रपति को युद्ध में भारत का रुख स्पष्ट कर दिया है। एक्स पर पोस्ट करते हुए मोदी ने लिखा- मैंने संघर्ष के शीघ्र और शांतिपूर्ण समाधान की आवश्यकता पर भारत की सतत स्थिति से अवगत कराया। भारत इस संबंध में हर संभव योगदान देने के साथ-साथ यूक्रेन के साथ द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।