बांध से पानी छोड़े जाने के कारण नर्मदा के गौरीघाट, तिलवाराघाट, लम्हेटाघाट और भेड़ाघाट में देर रात तक जलस्तर 10 फीट तक बढ़ गया। प्रशासन ने भी प्रभावित जिलों में अलर्ट रहने की सूचना जारी की है। नरसिंहपुर, होशंगाबाद में भी नर्मदा तटों पर जल स्तर बढ़ेगा। इसे देखते हुए लोगों को तट से दूर रहने की सलाह दी गई है।
बालाघाट: रेकॉड बारिश से शहर जलमग्न
जिले में देर रात से शुरू हुई बारिश शाम तक जारी रही। बीते 24 घंटे में जिलेभर में 39 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई। भारी वर्षा के कारण पुजराटोला डेम के 8 गेट खोलकर बाघ नदी में पानी छोड़ा जा रहा है। बाघ नदी में बाढ़ जैसे हालात रहे। लांजी से सालेटेकरी मार्ग पर पड़ने वाले बकरामुंडी पुल के उपर से पानी जाने से यह मार्ग दिनभर बाधित रहा। जिले का लांजी के रास्ते छत्तीसगढ़ से संपर्क टूटा रहा। मौसम विभाग ने तीन दिन भारी बारिश की चेतावनी दी है। लांजी एवं किरनापुर तहसील के बाघ नदी के किनारे के ग्रामों के ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे नदी से सुरक्षित दूरी बनाए रखें और अपने मवेशियों को भी नदी से दूर रखें। वहीं शहर में जगह-जगह पानी भरने से लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
बारिश ने मचाई तबाही
ग्वालियर: जिले में पिछले 36 घंटे में 7.76 इंच बारिश दर्ज हो चुकी है। जलभराव की स्थिति है। डबरा के नंदू का डेरा से 50 लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थलों पर पहुंचाया गया। उज्जैन: तीन इंच से अधिक बारिश से शिप्रा उफान पर है। छोटे पुल के ऊपर पानी आया गया है। कई मंदिर जलमग्न हो गए। जयसिंहपुरा क्षेत्र का नाला फटने से महाकाल महालोक में भी पानी घुस गया।
खंडवा: तवा और एवं बरगी बांध से पानी छोड़ा जा रहा है। रविवार को इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर सागर बांध के गेट खोले जाएंगे।
इन जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी
विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगौन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, देवास, आगर, मंदौर, नीमच, मंदसौर, गुना श्योपुर कला आदि स्थानों पर बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, इसी प्रकार प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर बारिश का येलो अलर्ट है। यहां रेड अलर्ट: रविवार को सीहोर, राजगढ़, रतलाम, उज्जैन और शाजापुर में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है।