एमआर-12 सड़क पर भी फोकस
सिंहस्थ 2028 को लेकर उज्जैन के साथ इंदौर के भी विकास कार्यों की लगातार समीक्षा हो रही है, जिसमें नदी, सड़क, ब्रिज और अन्य कामों पर फोकस किया जा रहा है। इंदौर से उज्जैन सिक्स लेन व अन्य ग्रीन कॉरिडोर के अलावा अरविंदो अस्पताल के सामने से देवास बायपास को सीधे जोड़ने वाली एमआर-12 सड़क पर भी फोकस किया जा रहा है, जिसका निर्माण आइडीए करा रहा है। ये सड़क 9.5 किमी की लंबी है, जिसमें 3.750 किमी बनकर तैयार है तो 2.5 किमी का काम तेज गति से चल रहा है।
बस्ती में टूटेंगे 800 से अधिक कच्चे-पक्के मकान
भांग्या व शकर खेड़ी के 1.5 किमी हिस्से में 36 ईंट-भट्टे को हटाने के बाद काम में गति आ गई है, लेकिन दो सबसे बड़ी बाधा एबी रोड से विस्तारा के बीच कांकड़ पर बनी संत रविदास नगर बस्ती है। यहां पर 800 से अधिक कच्चे-पक्के मकान बने हुए हैं। इसके अलावा एक बस्ती और है, जिसमें भी झोपड़े बने हुए हैं। दोनों को हटाकर आइडीए पीएम आवास योजना में शिफ्ट करेगा।
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एमआर-12 में संत रविदास नगर व एक अन्य बस्ती को आइडीए अब प्रधानमंत्री आवास योजना में शिफ्ट करेगा, जिसके लिए टीपीएस 8 के एफपी 422 नंबर के 1.613 हेक्टेयर जमीन पर बिल्डिंग बनाएगा। बिल्डिंग बनाए जाने का प्रस्ताव ही मंजूर हुआ है, जिसमें ठेकेदार की नियुक्ति से लेकर काम तक में कुल तीन साल लगेंगे। ऐसे में सिंहस्थ से पहले काम कैसे पूरा हो, जिसको लेकर आइडीए अब जुगत लगा रहा है।