पौधरोपण कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होसपेट से आए सामाजिक कार्यकर्ता जब्बरसिंह राजपुरोहित मायलावास ने कहा कि पौधरोपण के तहत नीम, गुलमोहर, पीपल, बरगद, नीलगिरी सहित विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाने से जहां पर्यावरण संतुलन बना रहेगा वहीं ऑक्सीजन भी मिल सकेगी। वर्तमान समय में अधिक से अधिक खाली जगह में पौधे लगाने की आवश्यकता है जिससे प्रभावित हो रहे पर्यावरण को संतुलित किया जा सके। पौधों से ही हमें हरियाली मिल सकेगी। उन्होंंने कहा कि पौधों की महत्ता को हम पहचानें-समझें। पौधे बहुत गुणकारी है। इसलिए पौधे लगाने के लिए सदैव अग्रणी रहें। पौधे लगाने को लेकर हम अन्य लोगों को भी प्रेरित करें ताकि अधिकाधिक पौधरोपण हो सकें। पौधे नहीं लगाने से नुकसान हमें ही हैं। इसलिए यही कोशिश रहें कि जब भी हमें अवसर मिलें तब पौधरोपण के लिए जरूर आगे आना चाहिए। पर्यावरण की दिशा में हमें सोचना चाहिए। जिस तरह से प्रदूषण फैल रहा है, उससे बचने के लिए पौधे लगाने का काम सबसे बेहतर हो सकता है।
सामाजिक कार्यकर्ता भंवरसिंह राजपुरोहित सांकरणा ने कहा कि हम पौधरोपण करने के लिए जरूर आगे आएं। इसी से पर्यावरण बचा रह सकेगा। राजपुरोहित समाज के प्रवक्ता सुमेरसिंह राजपुरोहित थांवला ने कहा कि पौधरोपण करने से ही पर्यावरण शुद्ध बना रह सकेगा। हम खुद पौधे लगाने के लिए आगे आएं, इसके साथ ही दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित जरूर करें।
इस अवसर पर कोप्पल में निवास कर रहे राजस्थान मूल के भीमसिंह भाटी मैली, श्रवणसिंह चौहान रोहिचा खुर्द, चैनाराम जांगीड़ महेश नगर, भरतसिंह राजपुरोहित ऊण, हनुमानसिंह घूंघरोट समेत अन्य ने भी पौधे लगाने के साथ ही पौधों के पौधों के रखरखाव करने का संकल्प लिया। प्रारम्भ में राजस्थान पत्रिका हुब्बल्ली के संपादकीय प्रभारी अशोक सिंह राजपुरोहित ने राजस्थान पत्रिका के हरित प्रदेश अभियान के बारे में जानकारी दी। इस मौके पर सभी ने इस बात की शपथ ली कि वे समय-,समय पर पौधरोपण जरूर करेंगे।