धनुरासन (Bow Pose)

धनुरासन लिवर की कार्यक्षमता बढ़ाने और उसे डिटॉक्स करने में मदद करता है। यह आसन शरीर की चर्बी को कम करता है, जिससे फैटी लिवर में सुधार होता है। यह लिवर पर सीधा प्रभाव डालता है और पाचन क्रिया को भी दुरुस्त करता है।
गोमुखासन (Cow Face Pose)

गोमुखासन लिवर सिरोसिस जैसी गंभीर समस्याओं में लाभकारी है। यह आसन शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है और वसा चयापचय (Fat Metabolism) को तेज करता है। इसके नियमित अभ्यास से लिवर की सफाई होती है और उसकी कार्यक्षमता बेहतर होती है।
शलभासन (Locust Pose)

शलभासन लिवर और पेट की समस्याओं को ठीक करने में मददगार है। यह आसन लिवर की मांसपेशियों को मजबूत करता है और उसे डिटॉक्स करता है। साथ ही, पेट की कार्यप्रणाली को भी बेहतर बनाता है।
मालासन (Garland Pose)

मालासन लिवर को अंदर से मजबूत बनाता है और उसके कार्यों को तेज करता है। यह लिवर पर दबाव डालता है, जिससे फैट का पाचन बेहतर होता है। नियमित अभ्यास से मेटाबोलिज्म तेज होता है और फैटी लिवर की समस्या से राहत मिलती है।
अर्ध मत्स्येन्द्रासन (Ardha Matsyendrasana)

अर्ध मत्स्येन्द्रासन लिवर और पेट के आंतरिक अंगों को मजबूत बनता है, जिससे लिवर की कार्यक्षमता बढ़ती है और पाचन समस्याओं से राहत मिलती है। डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।