पंद्रह लाख की खरीददारी भी सवालों के घेरे में
एक अन्य गड़ा मुर्दा भी उभर गया है, यहां विभागीय खरीद की जांच के दौरान तकरीबन 15 लाख रुपये की हुई खरीदारी सवालों के घेरे में आ गई। दस्तावेजों में जिन सामग्रियों की खरीद दिखाई गई, निरीक्षण के दौरान उसमें से कई नहीं पाए गए ऐसे में खरीद प्रक्रिया और भुगतान को लेकर गंभीर अनियमितताओं की आशंका जताई जा रही है, जिस पर उच्चाधिकारियों के काम खड़े हो गए हैं। यह भी आशंका जताई जा रही है कि आरटीसी में अव्यवस्था फैली थी। बुधवार को ट्रेनिंग में अव्यवस्था व अमानवीय व्यवहार का आरोप लगाकर महिला रिक्रूटों ने पीएसी परिसर में हंगामा किया था।
मामले की जांच DIG पीएसी को सौंपी गई
पुलिस मुख्यालय ने इस गंभीर मामले पर डीआईजी पीएसी अरुण कुमार श्रीवास्तव को जांच सौंपी है। जांच के दौरान जो सबसे गंभीर जानकारी जो मिली है वह है 15 लाख रुपये से अधिक की खरीदारी। आशंका जताई जा रही है कि बिना खरीदारी के या तो भुगतान कर दिया गया या सामान कहीं और है। सूत्रों का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद दोषी पर विभागीय कार्रवाई के साथ ही मुकदमा भी दर्ज कराया जा सकता है। पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में महिला रिक्रूटों की जबरन प्रेग्नेंसी जांच का मामला भी तूल पकड़ चुका है। अब इस पूरे प्रकरण की जांच तेज हो गई है। पीटीएस के डीआईजी रोहन पी कनय को हटाया जा चुका है। ऐसी खबर है कि उनके विरुद्ध भी जांच बिठा दी गई है।