यहां से सभी मुक़ाबले प्लेऑफ क्वालिफिकेशन के लिए भी अहम है। वर्तमान में शीर्ष पांच टीमों के कम से कम 13 अंक हैं। ऐसे में दोनों ही टीमों के लिए यह मैच ‘करो या मरो’ जैसा होगा। पंजाब और दिल्ली—दोनों का एक-एक मैच बारिश के कारण रद्द हो चुका है। अगर पंजाब किंग्स यह मुकाबला जीतती है तो उनके 17 अंक हो जाएंगे, जिससे वे प्लेऑफ के लिए मज़बूती से दावेदारी पेश कर सकते हैं। वहीं, दिल्ली कैपिटल्स के लिए भी यह मुकाबला जीतना अनिवार्य है, वरना उनके लिए आगे का रास्ता काफी मुश्किल हो जाएगा।
हेड टू हेड में पंजाब का पलड़ा भारी
दोनों टीमें इस सीजन पहली बार आमने-सामने होंगी। अब तक खेले गए 33 मुकाबलों में पंजाब ने 17 मैच जीते हैं, जबकि दिल्ली ने 16 बार बाज़ी मारी है। धर्मशाला में दोनों टीमों के बीच अब तक चार मुकाबले हुए हैं, जिनमें दोनों ने दो-दो जीत दर्ज की है। हालांकि 2020 के बाद से दिल्ली ने इस मुकाबले में बढ़त बनाई है, जहां उन्होंने पिछले नौ में से छह मैच जीते हैं।
ओपनर्स बनते हैं पंजाब की जीत की चाबी
इस सीजन जब भी पंजाब के सलामी बल्लेबाज़ प्रभसिमरन सिंह और प्रियंश आर्य ने अच्छा प्रदर्शन किया है, टीम को जीत मिली है। दोनों पावरप्ले में आक्रामक अंदाज़ में रन बनाते हैं और उनका प्रदर्शन टीम की जीत-हार को सीधे प्रभावित करता है। जब दोनों में से किसी एक ने भी 45 या उससे अधिक रन बनाए हैं, पंजाब ने सभी पांच मैच जीते हैं (एक मैच बिना नतीजे के रहा)। वहीं, जब दोनों 45 से कम के स्कोर पर आउट हुए, तब टीम ने पांच में से तीन मुकाबले गंवाए।
कुलदीप और अक्षर के खिलाफ श्रेयस का शानदार रिकॉर्ड
श्रेयस अय्यर इस सीजन बेहतरीन फॉर्म में हैं और वह अपनी पूर्व टीम दिल्ली कैपिटल्स के स्पिनरों के खिलाफ भी शानदार प्रदर्शन जारी रखना चाहेंगे। उन्होंने इस सीजन स्पिन के खिलाफ सिर्फ एक बार आउट होकर अपना कौशल दिखाया है। कुलदीप यादव के खिलाफ अय्यर ने सात पारियों में 64 रन बनाए हैं और केवल दो बार आउट हुए हैं। वहीं, अक्षर पटेल के खिलाफ छह पारियों में उन्होंने 79 की औसत से 79 रन बनाए हैं और सिर्फ एक बार उनका विकेट गंवाया है।
डुप्लेसिस बनाम चहल: अनुभव बनाम रणनीति
दिल्ली कैपिटल्स के ओपनर फाफ डुप्लेसिस पर टीम की शुरुआत की ज़िम्मेदारी होगी, लेकिन उनके सामने बड़ी चुनौती युजवेंद्र चहल होंगे। चहल के खिलाफ डुप्लेसिस का प्रदर्शन कमजोर रहा है। चहल ने उन्हें 12 टी20 पारियों में तीन बार आउट किया है और डुप्लेसिस उनका सामना करते हुए महज़ 88 के स्ट्राइक रेट से 44 रन ही बना पाए हैं। उनका औसत भी केवल 14.7 रहा है।