KKR के लिए करो या मरो का मुकाबला
केकेआर के 11 मुकाबलों में अब तक 5 जीत और 5 हार रही है, जबकि एक मैच रद्द हुआ है। टीम के खाते में 11 अंक हैं और अगर उन्हें प्लेऑफ की दौड़ में बने रहना है, तो बाकी बचे तीनों मैचों में जीत दर्ज करनी होगी और साथ ही अन्य टीमों के प्रदर्शन पर भी नजर रखनी होगी। दूसरी ओर, सीएसके की हालत बेहद खराब रही है। चेन्नई ने इस सीज़न में अब तक सिर्फ 2 मुकाबले जीते हैं और अंक तालिका में सबसे अंतिम पायदान पर है। ऐसे में उनके लिए यह मैच सम्मान बचाने और युवा खिलाड़ियों को मौका देने का अवसर है।
हेड-टू-हेड रिकॉर्ड: CSK का पलड़ा भारी
आईपीएल इतिहास में चेन्नई सुपर किंग्स और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच अब तक 30 बार भिड़ंत हुई है, जिसमें से 19 बार जीत का सेहरा सीएसके के सिर बंधा है, जबकि केकेआर को 11 मौकों पर ही सफलता मिली है। कोलकाता के मैदान पर भी सीएसके का पलड़ा भारी रहा है — 10 मुकाबलों में से उन्होंने 6 में जीत दर्ज की है। हालांकि इस सीजन के पहले मुकाबले में चेपॉक में केकेआर ने बाज़ी मारी थी, और अब सीएसके उसी हार का हिसाब चुकता करने मैदान में उतरेगी।
स्पिनर्स की टक्कर: कौन पड़ेगा किस पर भारी?
दोनों ही टीमों के पास शानदार स्पिन आक्रमण है। केकेआर के पास वरुण चक्रवर्ती, सुनील नारायण और मोईन अली जैसे अनुभवी स्पिनर हैं, जिन्होंने इस सीजन चेपॉक में सीएसके को उनके सबसे कम स्कोर 103/9 पर रोक दिया था। दूसरी ओर सीएसके के पास भी नूर अहमद, रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन जैसे मैच विनर हैं। इस सीजन केकेआर के स्पिनर्स ने अब तक 31 विकेट चटकाए हैं, जबकि सीएसके के स्पिनर्स भी 28 विकेट के साथ पीछे नहीं हैं। लेकिन चिंता की बात यह है कि सीएसके के बल्लेबाजों ने इस सीजन स्पिनर्स के खिलाफ सबसे ज्यादा 32 विकेट गंवाए हैं और उनका स्ट्राइक रेट भी महज 124 रहा है — ऐसे में घरेलू मैदान पर केकेआर के स्पिनर्स बड़ा अंतर साबित हो सकते हैं।
धोनी जल्दी आएं तो स्पिनर्स को लाओ
हाल के सीजन में महेंद्र सिंह धोनी आमतौर पर पारी के आखिरी ओवरों में ही बल्लेबाजी के लिए आते हैं, लेकिन सीएसके की बल्लेबाजी की स्थिति को देखते हुए संभव है कि उन्हें मिडल ओवर्स में आना पड़े। ऐसे में केकेआर के स्पिनर्स उन पर दबाव बना सकते हैं। आईपीएल में नारायण ने धोनी को भले ही केवल दो बार आउट किया हो, लेकिन धोनी उनका सामना 52 के स्ट्राइक रेट से ही कर पाए हैं। वहीं चक्रवर्ती के खिलाफ धोनी का स्ट्राइक रेट 63 है और उन्होंने सिर्फ 4 की औसत से रन बनाए हैं। रसेल के खिलाफ धोनी का स्ट्राइक रेट जरूर 150 का है, लेकिन उन्होंने भी उन्हें दो बार आउट किया है।
अजिंक्य रहाणे बनाम स्पिनर्स
केकेआर के कप्तान अजिंक्य रहाणे ने इस सीजन अब तक तीन अर्धशतक लगाए हैं, लेकिन स्पिन गेंदबाज़ी के खिलाफ उनका रिकॉर्ड कमजोर रहा है। तेज गेंदबाज़ों के खिलाफ उनका औसत जहां 104.5 है, वहीं स्पिन के सामने ये आंकड़ा गिरकर महज़ 16.9 रह जाता है। यह इस सीजन में स्पिन के खिलाफ खेलने वाले बल्लेबाजों में तीसरा सबसे कम औसत है। सीएसके के पास जडेजा और अश्विन जैसे स्पिनर हैं जो रहाणे के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं। जडेजा के खिलाफ रहाणे का स्ट्राइक रेट 96 है, जबकि अश्विन ने उन्हें 11 पारियों में छह बार आउट किया है।