scriptमैनचेस्टर टेस्ट के बाद इस मुद्दे को लेकर गौतम गंभीर और बेन स्टोक्स के बीच तीखी बहस, भारतीय कोच ने सुनाई खरी-खरी  | gautam gambhir and ben stokes at opposite ends of injury replacement debate in manchester after ind vs eng 4th test | Patrika News
क्रिकेट

मैनचेस्टर टेस्ट के बाद इस मुद्दे को लेकर गौतम गंभीर और बेन स्टोक्स के बीच तीखी बहस, भारतीय कोच ने सुनाई खरी-खरी 

Gautam Gambhir and Ben Stokes on Injury Replacement: मैनचेस्टर टेस्‍ट में ऋषभ पंत की चोट ने एक नई बहस छेड़ दी है। इस मुद्दे को लेकर भारत के हेड कोच गौतम गंभीर और इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स एक तीखी बहस में आमने-सामने आ गए। गंभीर ने तर्क के साथ चोटिल खिलाड़ियों के प्रतिस्थापन का सपोर्ट किया है। वहीं, स्टोक्स ने इसे हास्‍यास्‍पद बताया है।

भारतJul 28, 2025 / 11:19 am

lokesh verma

Gautam Gambhir and Ben Stokes on Injury Replacement

Gautam Gambhir and Ben Stokes on Injury Replacement: भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर और इंग्‍लैंड के कप्‍तान बेन स्‍टोक्‍स। (फोटो सोर्स: IANS)

Gautam Gambhir and Ben Stokes on Injury Replacement: भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर और इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स के बीच चोटिल खिलाड़ियों के प्रतिस्थापन पर तीखी बहस देखने को मिल है। क्या किसी टीम को टेस्ट मैच के दौरान किसी खिलाड़ी को गंभीर बाहरी चोट लगने पर उसकी जगह दूसरे खिलाड़ी को लाने की अनुमति दी जानी चाहिए। इस मुद्दे पर गंभीर और स्‍टोक्‍स आमने-सामने आ गए। दरअसल, मैनचेस्टर टेस्ट के पहले दिन बल्लेबाजी करते हुए ऋषभ पंत के पैर के अंगूठे में फ्रैक्चर हो गया। पंत ने लड़खड़ाते हुए अगले दिन 17 रन जोड़कर अपना अर्धशतक पूरा किया। हालांकि, उनकी भूमिका वहीं, समाप्त हो गई, जब ध्रुव जुरेल ने शेष मैच के लिए स्थानापन्न विकेटकीपर के रूप में मैदान में कदम रखा।

मैं बिल्कुल इसके पक्ष में हूं- गंभीर

गौतम गंभीर ने ऐसे नियम का पुरजोर समर्थन किया है, जो टीमों को ऐसी परिस्थितियों में एक प्रतिस्थापन खिलाड़ी लाने की अनुमति देता है, ताकि मुकाबला दस बनाम ग्यारह की असमान लड़ाई में न बदल जाए। मैच के बाद गंभीर ने कहा कि मैं बिल्कुल इसके पक्ष में हूं। अगर अंपायर और मैच रेफरी देखते हैं और महसूस करते हैं कि चोट गंभीर है तो मुझे लगता है कि यह बहुत ज़रूरी है। 

‘इसमें कुछ भी गलत नहीं’

उन्‍होंने कहा कि यह नियम होना बहुत जरूरी है, जहां आप एक विकल्प चुन सकते हैं, यानी अगर चोट साफ़ दिखाई दे रही हो। इसमें कुछ भी गलत नहीं है, खासकर इस तरह की सीरीज़ में जहां पिछले तीन टेस्ट मैचों में काफ़ी कड़ा मुकाबला रहा है। सोचिए अगर हमें 11 के मुकाबले 10 खिलाड़ियों के साथ खेलना पड़ता तो ये हमारे लिए कितना दुर्भाग्यपूर्ण होता।

स्टोक्स ने दी ये चेतावनी

वहीं, स्टोक्स ने इस विचार को असहमति जताते हुए चेतावनी दी कि इस तरह के नियम से दुरुपयोग और हेराफेरी का रास्ता खुल सकता है। मौजूदा खेल परिस्थितियों में प्रतिस्थापन की अनुमति केवल तभी दी जाती है, जब कोई खिलाड़ी कन्कशन या मैच के दौरान कोविड-19 से संक्रमित हो जाता है। स्टोक्स ने कहा कि मुझे लगता है कि यह बिल्कुल हास्यास्पद है कि चोट के प्रतिस्थापन को लेकर इतनी चर्चा हो रही है।

‘आप मुझे एमआरआई स्कैनर में डालेंगे तो…’

उन्‍होंने कहा कि मुझे लगता है कि टीमों के लिए बहुत सारी खामियां होंगी, जिनसे वे निपट नहीं पाएंगे। आप एक मैच के लिए अपने 11 खिलाड़ी चुनते हैं; चोटें खेल का हिस्सा हैं। मैं कन्कशन रिप्लेसमेंट के बारे में पूरी तरह समझता हूं, खिलाड़ी कल्याण, खिलाड़ी सुरक्षा। लेकिन, मुझे लगता है कि चोट के रिप्लेसमेंट पर बातचीत बंद कर देनी चाहिए, क्योंकि अगर आप मुझे एमआरआई स्कैनर में डालेंगे तो मैं किसी और को तुरंत मैदान पर उतार सकता हूं।

Hindi News / Sports / Cricket News / मैनचेस्टर टेस्ट के बाद इस मुद्दे को लेकर गौतम गंभीर और बेन स्टोक्स के बीच तीखी बहस, भारतीय कोच ने सुनाई खरी-खरी 

ट्रेंडिंग वीडियो