यात्रियों की सुविधा के लिए बदलेगा पूरा ढांचा
खजुराहो स्टेशन पर यात्रियों को एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं देने के लिए निर्माण कार्य दिन-रात चल रहा है। स्टेशन के डिज़ाइन को ऐसा रखा गया है कि आने वाले वर्षों में बढ़ते यात्रियों के दबाव को भी आसानी से संभाला जा सके। यहां 5000 यात्रियों के हिसाब से विश्वस्तरीय इंतज़ाम किए जा रहे हैं। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि नई बिल्डिंग का निर्माण, प्लेटफार्म का विस्तार, कॉनकोर्स एरिया और आधुनिक पार्किंग जैसे कई बड़े काम योजना के अंतर्गत किए जा रहे हैं।
अब तक क्या बन चुका है
परियोजना के पहले चरण में कई काम पूरे हो चुके हैं और यात्रियों को उनका लाभ मिलने भी लगा है। तीन हाई लेवल प्लेटफॉर्म पूरी तरह तैयार कर लिए गए हैं और इन पर ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। सोलर पैनल लगाने की प्रक्रिया का एक बड़ा हिस्सा पूरा हो गया है और स्टेशन पर आंशिक रूप से सौर ऊर्जा से लाइटिंग की जा रही है। स्टेशन की दूसरी एंट्री और पार्किंग के लिए बेसिक स्ट्रक्चर तैयार कर लिया गया है ताकि आने-जाने वाले वाहनों की भीड़ कम हो सके। सर्कुलेटिंग एरिया का लेवलिंग और ड्रेनेज सिस्टम का निर्माण पूरा हो चुका है, जिससे बारिश में पानी भराव की समस्या नहीं होगी। वेटिंग हॉल और शौचालयों के सिविल वर्क पूरे किए जा चुके हैं और उनमें इंटीरियर का काम चल रहा है। दो लिफ्ट पहले ही लगाकर चालू कर दी गई हैं ताकि बुजुर्ग और दिव्यांग यात्रियों को चढऩे-उतरने में दिक्कत न हो।
आगे बनने वाली प्रमुख सुविधाएं
रेलवे ने बताया कि आने वाले महीनों में स्टेशन पर कई और नई सुविधाएं जुड़ेंगी। नई और खूबसूरत स्टेशन बिल्डिंग बनेगी जो एयरपोर्ट जैसी होगी। 1327 वर्गमीटर का एयर रूफ कॉनकोर्स एरिया तैयार होगा, जहां बैठने के लिए आधुनिक इंतज़ाम और व्यावसायिक गतिविधियों के लिए स्पेस दिया जाएगा। 16 लिफ्ट और 18 एस्केलेटर लगाए जाएंगे ताकि हर प्लेटफॉर्म तक पहुंच आसान हो सके। स्टेशन परिसर में दो बड़ी वीडियो वॉल लगाई जाएंगी, जहां ट्रेनों की रियल टाइम जानकारी मिलेगी। यात्रियों के लिए पेड एक्जीक्यूटिव लाउंज तैयार किया जाएगा, जहां आरामदायक कुर्सियों, एसी और इंटरनेट की सुविधा होगी। स्टेशन पर वाटर कियोस्क और वॉटर एटीएम लगाए जाएंगे ताकि हर समय साफ पानी उपलब्ध हो सके। रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम और इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग पॉइंट भी बनाए जाएंगे, जिससे स्टेशन पर्यावरण के प्रति संवेदनशील और भविष्य के लिए तैयार हो। स्टेशन परिसर की लैंडस्केपिंग और हरियाली बढ़ाने के लिए हरे पैच और फूलों की क्यारियां तैयार की जाएंगी। स्थानीय कला और संस्कृति को प्रदर्शित करने के लिए स्टेशन के दीवारों पर बुंदेलखंडी कला के इंस्टॉलेशन लगाए जाएंगे।
ट्रेनों की सुविधा पहले से बेहतर हुई
वर्तमान में खजुराहो स्टेशन से कई महत्वपूर्ण ट्रेनें संचालित हो रही हैं जिनमें खजुराहो-हजरत निजामुद्दीन संपर्क क्रांति एक्सप्रेस, खजुराहो-उदयपुर सिटी एक्सप्रेस, बुंदेलखंड एक्सप्रेस, भोपाल-खजुराहो महामना सुपरफास्ट एक्सप्रेस, डॉ. अंबेडकर नगर-प्रयागराज एक्सप्रेस, महोबा-खजुराहो पैसेंजर, खजुराहो-वीरांगना लक्ष्मीबाई पैसेंजर, खजुराहो-कानपुर पैसेंजर और हजरत निजामुद्दीन-खजुराहो वंदे भारत एक्सप्रेस शामिल हैं। इन ट्रेनों के चलते बुंदेलखंड क्षेत्र को दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश के कई प्रमुख शहरों से जोड़ा जा रहा है।
पर्यटन और रोजगार को भी मिलेगा बढ़ावा
खजुराहो पहले से ही एक विश्वप्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे देश की आइकॉनिक सिटी में शामिल किया है। यहाँ एक पायलट ट्रेनिंग सेंटर भी है। स्टेशन को एयरपोर्ट जैसी सुविधाओं से लैस करने के बाद यहाँ आने वाले पर्यटकों की संख्या बढऩे की पूरी संभावना है। इससे स्थानीय होटल, टूर एंड ट्रैवल और व्यापार में भी तेजी आएगी और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
रेलवे अधिकारियों का कहना है
मनोज कुमार सिंह पीआरओ ने बताया अमृत भारत योजना के तहत खजुराहो स्टेशन को अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं से लैस करने का काम तेजी से चल रहा है। कुछ काम पूरे होकर चालू हो गए हैं और बाकी कार्य अगले चरणों में पूरे होंगे। तैयार होते ही यह स्टेशन मंडल के बेहतरीन स्टेशनों में शुमार होगा और यात्रियों को एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं मिलेंगी।