बारिश से बचने टेंट के नीचे खड़े थे श्रद्धालु
सुबह करीब 7:30 बजे आरती समाप्त होने के बाद अचानक तेज बारिश शुरू हो गई। कुछ श्रद्धालु बारिश से बचने के लिए टेंट के नीचे इकठ्ठा हो गए। तभी बारिश का पानी टेंट के ऊपर जमा हो गया और वह अचानक नीचे गिर पड़ा। टेंट के साथ लोहे का पाइप एंगल गिरा। लोहे का एंगल सीधे श्यामलाल कौशल के सिर पर गिरा, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।परिवार बुधवार रात ही पहुंचा था धाम
मृतक के दामाद राजेश कुमार कौशल ने बताया कि उनका परिवार गोंडा जिले के मनकापुर गांव का निवासी है और उनके ससुर की ससुराल बस्ती जिले के चौरी गांव में है। वे लोग अयोध्या से बुधवार रात ही दर्शन के लिए बागेश्वर धाम पहुंचे थे। शुक्रवार को धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र शास्त्री का जन्मदिवस है, उसी कार्यक्रम में भाग लेने के लिए वे आए थे।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया भयावह मंजर
मृतक के साथ आए पड़ोसी आर्यन कमलापुरी ने बताया हम पुराने दरबार के पास खड़े थे। बारिश तेज थी, इसलिए पुराने टेंट के नीचे आ गए। ऊपर पानी भर गया था। अचानक लोहे का एंगल व टेंट गिर गया और करीब 11 लोग दब गए थे।अस्पताल में भर्ती दो घायलों की हालत स्थिर
हादसे में घायल हुए नेहा खटीक (भालवाड़ा, राजस्थान) और रामदयाल (खुशीनगर, उत्तर प्रदेश) को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉ. नरेश त्रिपाठी ने बताया कि एक मृतक को अस्पताल लाया गया था। दो अन्य घायलों का इलाज किया गया, जिनमें एक का सिटी स्कैन किया गया है, दोनों की हालत अब स्थिर है।
प्रशासन कर रहा जांच
बमीठा थाना प्रभारी आशुतोष श्रोत्रिय ने बताया, बारिश के चलते टेंट गिरा है, हम मामले की जांच कर रहे हैं। वहीं जिला अस्पताल के सिविल सर्जन ने पुष्टि की कि तीन घायलों को अस्पताल लाया गया था, जिनमें से एक को मृत अवस्था में लाया गया।
हादसे के बाद हटाया टेंट
घटना के बाद टेंट को मौके से हटा दिया गया और पुलिस बल तैनात कर वहां आवाजाही रोक दी गई। यह हादसा एक बार फिर आयोजनों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करता है। लाखों की संख्या में श्रद्धालु जब किसी स्थल पर एकत्रित होते हैं, तब अस्थायी व्यवस्थाओं की मजबूती और सतर्कता सर्वोपरि होनी चाहिए। यह घटना चेतावनी है कि धार्मिक आयोजनों में भी आपदा प्रबंधन और सुरक्षा मानकों को प्राथमिकता देना समय की आवश्यकता है।