वही देर रात्रि को 12 बजे करीब आए तेज अंधड़ के बाद नगर पालिका क्षेत्र के ठीमली, रोटेदा ग्राम पंचायत के देवली, ढ़ीकोली, चरडाना ग्राम पंचायत के चरडाना, अरडाना, आजन्दा के खेड़ली बंधा, बोयाखेड़ा आदि कई गांवो में रातभर बिजली गुल रही। नृसिंह गौशाला में लगे सौरऊर्जा की लाइट के पोल उखड़ कर टूट गए। सौर प्लेट टूट गई। कोडक्या गांव में चंद्रभान गुर्जर के छप्पर से साठ लोहे के चद्दर उखड़ कर उड़ गए, भंवर सिंह के मकान की पक्की दीवार ढह गई और दस सीमेंट के चद्दर टूट गए। नंदलाल बैरवा के मकान में सीमेंट के 25 चद्दर टूट गए। अंधड़ आने से जगन्नाथ मीणा की चालीस फिट पक्की दीवार ढह गई। सीमेंट के दो दर्जन चद्दर टूट गए। बाबुलाल मीणा के मकान का सरिया उड़कर चद्दरों पर गिरने से चद्दर टूट गए। छोटू लाल मीणा, महेश शर्मा, मुकेश बैरवा, प्रभुलाल मीणा के मकानों से चद्दर उड़ने के टूट गए। ग्रामीणों ने सर्वे करवाकर नुकसान का मुआवजा दिलाने की मांग की है।
नृसिंह गोशाला में सौर ऊर्जा प्लेट, पोल टूटे
रात्रि को तेज अंधड़ आने से शहर की नृसिंह गौशाला में दो माह पहले ही लगाए गए सौर ऊर्जा की लाइट व पोल टूटने से बिजली बन्द हो गई। गौशाला सदस्य सत्येंद्र चौरसिया ने बताया कि नगरपालिका के सहयोग से रोशनी के लिए गौशाला में दो सौरऊर्जा की लाइट लगाई गई थी। अंधड़ के दौरान पोल टूट कर गिरने से सोर प्लेट टूट गई। बड़ा हादसा टल गया।