श्याम सैनी कहते हैं, ‘‘आज स्मार्टफोन हमारे लिए खेती का सबसे बड़ा औजार बन गया है। अब हम देशभर की मंडियों के भाव जानकर अपनी फसल वहां बेचते हैं जहां हमें सबसे ज्यादा लाभ मिल सकता है। सडक़ और रेल कनेक्टिविटी ने काम को और आसान बना दिया है।’’ यह परिवर्तन न केवल किसानों को बेहतर आय दिला रहा है, बल्कि गांवों में कृषि आधारित लघु उद्योगों और ट्रांसपोर्ट सेवाओं के लिए भी नए अवसर पैदा कर रहा है। यह कहानी साबित करती है कि यदि किसानों को सही तकनीक और सुविधाएं मिल जाएं, तो वे खुद अपने विकास के रास्ते बना सकते हैं।देहित गांव की यह पहल अन्य ग्रामीण इलाकों के किसानों के लिए भी प्रेरणा स्रोत बन रही है।