थाना अधिकारी जसवीर कुमार ने बताया कि बुधवार सुबह करीब 11 बजे ब्लास्ट की सूचना मिली थी, जिसके बाद से राहत और बचाव कार्य लगातार जारी है। गुरुवार सुबह 6 बजे से 8 बजे के बीच तीन शवों को सावधानीपूर्वक बाहर निकाला गया। मृतकों की पहचान असलम, सलमान, सचिन, किशन, किशन चंद्र और रामस्वरूप के रूप में हुई है। इसके अलावा दस घायलों का इलाज बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में जारी है, जिनमें कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।
हादसे की भयावहता इस बात से समझी जा सकती है कि दुकान एक अति.गहराई वाले अंडरग्राउंड में थी, जहां पहुंचना राहत दलों के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है। दो मंजिला इस अंडरग्राउंड में कई लोग काम कर रहे थे। थाना अधिकारी के अनुसार ब्लास्ट के कारण इमारत बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई, जिससे मलबे में फंसे लोगों तक पहुंचने में काफी समय लगा। मलबा हटाने का कार्य विशेष सावधानी के साथ किया जा रहा है ताकि और किसी प्रकार की क्षति न हो।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से ऐसी खतरनाक और गहरी दुकानों पर रोक लगाने की मांग की है। मदन मार्केट जैसे भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में बिना सुरक्षा मानकों के बनाए गए इस तरह के अंडरग्राउंड निर्माण किसी बड़े खतरे को न्योता दे सकते हैं। पुलिस का कहना है कि अब भी एक या दो शवों के मलबे में दबे होने की आशंका है, इसलिए राहत कार्य पूरी सतर्कता के साथ जारी है। नगर निगम और फायर विभाग की टीमें भी मौके पर मौजूद हैं। बताया जा रहा है कि राहत एवं बचाव कार्य बीस घंटे से भी ज्यादा समय से जारी है। भवन के आसपास स्थित मकानों को पहले ही खाली करा दिया गया है।