प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक सिलेंडर में विस्फोट इतना जोरदार था कि आसपास की दुकानों और दीवारों को भी नुकसान पहुंचा। तीन शव मलबे से निकाले जा चुके हैं और तीन घायलों को पीबीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
सूचना मिलते ही जिला कलेक्टर नम्रता व पुलिस अधीक्षक कावेंद्र सागर मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन की कमान संभाली। पुलिस, दमकल और नगर निगम की टीमें मलबा हटाने और घायलों को बचाने में जुटी हुई हैं।
दुकानों में घरेलू सिलेंडरों का अवैध उपयोग
प्रारंभिक जांच के अनुसार जिन दुकानों में ब्लास्ट हुआ वे अंडरग्राउंड थीं। इन दुकानों में घरेलू उपयोग के एलपीजी सिलेंडर का अवैध रूप से इस्तेमाल किया जा रहा था। माना जा रहा है कि गैस रिसाव या सुरक्षा मानकों की अनदेखी के चलते यह विस्फोट हुआ। इलाके में दहशत, शांति की हुई अपील
बता दें, हादसे के बाद सोनी मार्केट और आसपास का इलाका सील कर दिया गया है। दमकल विभाग ने आग पर काबू पा लिया है, लेकिन मलबे में अब भी लोगों के फंसे होने की आशंका है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और सिलेंडर आपूर्ति और उपयोग से जुड़े लोगों की पहचान की जा रही है। इधर, जिला प्रशासन ने स्थानीय लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों से बचने की अपील की है।