कंपनी को लगता है कि लोग एक ही परिसर में बेवजह अलग कनेक्शन लेकर सरकार की 150 यूनिट तक मिलने वाली सब्सिडी का लाभ उठा रहे हैं। इन दिनों ई—व्हीकल समेत एसी व अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण हैं, जिन्हें दूसरे कनेक्शन से चलाया जा रहा है। अरेरा में कुछ घरों में जांच की थी, जहां ऐसी स्थिति मिली थी। इसके बाद मार्च 2025 से इस पर रोक लगा दी।
ऐसे समझें स्थिति
सुभाष कॉलोनी में एक ही परिसर में आरके त्रिवेदी और उनके चार भाई परिवार के साथ अलग-अलग रहते हैं, लेकिन बिजली मीटर एक ही है, जिससे उनका जून का बिल 829 यूनिट का करीब दस हजार रुपए आया है। ये कई बार अलग कनेक्शन के लिए कंपनी से अधिकारियों से बोल चुके हैं, लेकिन कंपनी कनेक्शन नहीं दे रही है। इस वजह से ये काफी परेशान हैं, लेकिन फिर भी कोई सुनवाई करने को तैयार नहीं है। सिर्फ यही नहीं ये हालात कई परिवारों के हैं।
ये भी जानिए
-25 हजार घरों में इस समय एक से अधिक बिजली मीटर हैं। -50 हजार घरों के रहवासियों ने कंपनी से बीते तीन माह में दूसरे कनेक्शन के लिए किया है एप्रोच -08 रुपए प्रति यूनिट तक पड़ता है सिंगल परिवार का बिल -10 से 12 रुपए तक पहुंच रहा है एक परिसर में एक से अधिक परिवारों का बिल -04 माह से एक परिसर में दूसरा मीटर देना बंद किया हुआ है
-01 लाख घरों में है किराएदार व भाइयों का परिवार
अब ये परेशानी
इस निर्णय से सबसे ज्यादा परेशान वे लोग जो एक ही परिसर में अलग-अलग रहते हैं। जिन घरों में किराएदार हैं वे भी परेशान हैं। एक ही मीटर से सभी बिजली लेते हैं तो बिल 10 से 12 रु. प्रति यूनिट की दर से पड़ता है।
मंत्री बोले, समीक्षा करेंगे
इस मामले में मंत्री प्रद्युन सिंह का कहना है कि एक ही परिसर में कई मीटर से बिजली का अवैध उपयोग हो रहा था। अब एक बार फिर से इसकी समीक्षा कर लेंगे। यदि संभव होगा तो विचार करेंगे।