सीएम डॉ. मोहन यादव ने उम्मीद जताई कि अक्टूबर 2025 तक भोपाल में मेट्रो ट्रेन शुरु हो जाएगी। डेढ़ से दो महीने में इसकी तैयारियां पूरी कर ली जाएंगी। भोपाल मेट्रो का अभी टेस्ट रन चल रहा है। रिसर्च डिजाइन स्टैंडर्ड ऑर्गेनाइजेशन (आरडीएसओ) द्वारा निरीक्षण पूरा कर लिया गया है। शीघ्र ही कमिश्नर, मेट्रो रेल सेफ्टी (सीएमआरएस) निरीक्षण के लिए आएंगे। रेल सेफ्टी कमिश्नर से अनुमति मिलते ही भोपाल मेट्रो का प्रायोरिटी कॉरीडोर आमजन के लिए खोल दिया जाएगा।
कुल 27 अत्याधुनिक मेट्रो ट्रेन सेट होंगे
सीएम मोहन यादव ने बताया कि भोपाल मेट्रो की डिजाइन स्पीड 90 किमी प्रति घंटा होगी। इसकी ऑपरेशनल स्पीड 40-60 किमी घंटा होगी। हर मेट्रो स्टेशन के बीच मात्र 2 मिनट का समय लगेगा। मेट्रो में यात्रियों के लिए एस्केलेटर, लिफ्ट, ब्रेल साईनेज, शुद्ध पेयजल, स्वच्छ शौचालय और त्वरित सूचनाएं देने की सुविधाएं होंगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि भोपाल मेट्रो ट्रेन परियोजना के लिए कुल 27 अत्याधुनिक मेट्रो ट्रेन सेट होंगे। इनमें से 7 ट्रेन सेट भोपाल पहुंच चुके हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार को भोपाल मेट्रो ट्रेन की सवारी भी की। ट्रायल यात्रा (टेस्ट रन) में मुख्यमंत्री तीन डिब्बों वाली मेट्रो ट्रेन में बैठे। सुभाष नगर स्टेशन से एम्स तक और वापसी में एम्स से आरकेएमपी स्टेशन तक यात्रा की। मेट्रो ट्रेन के सफर को उन्होंने आनंददायक बताया।
मेट्रो की यात्रा से पहले मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भोपाल मेट्रो रेल के प्रायोरिटी कॉरीडोर के बारे में व्यापक जानकारी ली। मुख्यमंत्री सुभाष नगर मेट्रो स्टेशन के समीप स्थापित मेट्रो ट्रेन के सेंट्रल कंट्रोल रूम (कमांड सेंटर) भी पहुंचे और वहां से मेट्रो ट्रेन संचालन के बारे में तकनीकी जानकारी प्राप्त की।
भोपाल मेट्रो परियोजना को कुल 6941.40 करोड़ रुपए की लागत से विकसित किया जा रहा है। सुभाष नगर स्टेशन से एम्स स्टेशन तक अनुमानित 2225 करोड़ रूपए की लागत से प्रायोरिटी कॉरिडोर बनाया जा रहा है। इसका कार्य अंतिम चरण में है।