बाजार में मायूसी, व्यापारी चुप जहां निवेशकों को सोने-चांदी से अच्छा रिटर्न मिल रहा है, वहीं सर्राफा बाजार में खामोशी और अनिश्चितता छाई हुई है। व्यापारी भी स्पष्ट राय देने से बच रहे हैं क्योंकि हालात असामान्य हैं। किसी को नहीं पता कि यह तेजी कहां जाकर रुकेगी।
क्या है तेजी के कारण – वैश्विक अनिश्चितता: अमरीका-चीन तनाव, यूरोप-अमरीका के टैक्स व टैरिफ की जंग ने सोने-चांदी को सुरक्षित निवेश का माध्यम बना दिया है। – रुपए में कमजोरी: जून में भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले गिरा, जिससे आयात महंगा हुआ और सोना-चांदी के दाम चढ़े।
– चांदी की औद्योगिक मांग: सोलर पैनल, इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिक वाहनों में बढ़ती जरूरत के कारण चांदी की मांग में तेजी से इजाफा हुआ है। निवेशकों को मिला जबरदस्त रिटर्न एक साल में चांदी ने 29,520 रुपए प्रति किलो और सोने ने 28,650 रुपए प्रति दस ग्राम का रिटर्न दिया है। दो साल की बात करें तो चांदी ने 43,470 रुपए और सोने ने 39,840 रुपए का रिटर्न दिया। इसके बावजूद मौजूदा तेजी से व्यापारी जोखिम उठाने से बच रहे हैं।
बीते महीनों में लगातार उछाल दिनांक सोना (10 ग्राम) चांदी (1 किलो)
- 23 जनवरी 82,200 92,200
- 23 फरवरी 89,100 97,400
- 23 मार्च 90,000 99,150
- 23 अप्रेल 97,800 97,720
- 23 मई 98,000 99,280
- 23 जून 99,200 1,05,400
- 24 जुलाई 1,01,000 1,17,000