उन्होंने कहा कि दोपहिया और चारपहिया वाहनों में रंग-बिरंगी फैंसी लाइट, फॉग लाइट और तेज आवाज वाले सायलेंसर व प्रेशर हॉर्न लगाने से सड़क दुर्घटना की आशंका बढ़ जाती हैं। तेज आवाज से वाहन चालकों का ध्यान भटकता है और वे असंतुलित होकर हादसे का शिकार हो सकते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि चारपहिया वाहनों में काली फिल्म का इस्तेमाल आपराधिक गतिविधियों में भी किया जाता है, इसलिए उसकी बिक्री नहीं होनी चाहिए। पुलिस सायरन और मोनो लाइट जैसी सामग्री की बिक्री पर भी रोक लगाने की समझाइश दी गई।
नियमों का उल्लंघन किया तो होगी कार्रवाई
बैठक में उपस्थित व्यापारियों ने पुलिस के इस प्रयास का समर्थन करते हुए ऐसी सामग्रियों की बिक्री बंद करने का भरोसा दिया। साथ ही,
सड़क दुर्घटनाओं को रोकने में हरसंभव सहयोग करने की की बात कही। एएसपी ने कहा कि दुकान के सामने या सड़क किनारे वाहन खड़ी कर मरमत कार्य न करें, ताकि यातायात व्यवस्था में किसी तररह का अवरोध उत्पन्न न हो। यातायात विभाग ने स्पष्ट किया कि नियम उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सत कार्रवाई की जाएगी।