scriptभामाशाहों की मेहनत से बदल गई विद्यालय की तस्वीर, विद्यालय में बिना अनुमति नहीं मिलेगा प्रवेश | Bhamashah changed the picture of the school | Patrika News
बस्सी

भामाशाहों की मेहनत से बदल गई विद्यालय की तस्वीर, विद्यालय में बिना अनुमति नहीं मिलेगा प्रवेश

भामाशाह द्वारा विद्यालय में करवाए जा रहे विकास कार्य को देखकर अन्य भामाशाह भी प्रेरित होकर विद्यालय विकास के लिए आगे आ रहे हैं।

बस्सीMay 18, 2025 / 04:59 pm

vinod sharma

Bhamashah changed the picture of the school

विराटनगर पीएमश्री राउमावि की चमचमाती गैलरी।

कोटपूतली बहरोड़ जिले के विराटनगर का पीएमश्री राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय कभी बदहाल स्थिति और जर्जर भवन के कारण उपेक्षा का शिकार था, जहां विद्यार्थियों की संख्या लगातार घट रही थी। अब यह विद्यालय कस्बे के लिए एक प्रेरणादायक परिवर्तन की मिसाल बन गया है। भामाशाहों और स्थानीय लोगों की जागरूकता से शुरू हुई यह मुहिम जयपुर निवासी भामाशाह हेमचंद जैन के आर्थिक सहयोग से रंग ला रही है। विद्यालय की स्थिति अब पूरी तरह बदल चुकी है। भामाशाह द्वारा विद्यालय में करवाए जा रहे विकास कार्य को देखकर अन्य भामाशाह भी प्रेरित होकर विद्यालय विकास के लिए आगे आ रहे हैं। विद्यालय में ‘दर्शन गैलरी’ का निर्माण किया जाएगा, जिसमें विराटनगर के वैभव, ऐतिहासिक और पुरातात्विक महत्व को दर्शाने वाले चित्रों के साथ संक्षिप्त जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। साथ ही एक आधुनिक पुस्तकालय की स्थापना की जाएगी। जिसमें विराटनगर, राज्य व राष्ट्र के इतिहास से जुड़ी पुस्तकें उपलब्ध रहेंगी। नामांकन वृद्धि के लिए पापड़ी, काकराना, कुहाड़ा गांव में नुक्कड़ सभाएं कर अभिभावकों से संवाद स्थापित किया जा रहा है। उन्हें विद्यालय में हो रहे नवाचारों की जानकारी दी जा रही है ताकि वे बच्चों का नामांकन विद्यालय में कराएं।
अब तक 30 लाख हो चुके खर्च
पिछले चार माह में विद्यालय के कायाकल्प पर करीब 30 लाख रुपए खर्च किए जा चुके हैं। इस राशि से विद्यालय की चारदीवारी, 35 कमरों, बरामदों, दीवारों की मरम्मत, प्लास्टर, रंगरोगन, फर्श पर टाइल्स, विद्युत फिटिंग, खिड़कियों और दरवाजों के किवाड़ आदि कार्य कराए गए हैं। विद्यालय परिसर में कस्बे के बीजक की पहाड़ी स्थित प्राचीन बौद्ध स्तूप का प्रतिरूप भी बनाया जाएगा, ताकि जो लोग वहां प्रत्यक्ष रूप से नहीं जा पाए हैं, वे उसका अवलोकन विद्यालय में ही कर सकें।
भामाशाह ने बदली विद्यालय की तस्वीर
विराटनगर पीएमश्री विद्यालय के मुख्य गेट का चल रहा जीर्णोद्धार।

विद्यालय में बिना अनुमति प्रवेश नहीं
पूर्व में विद्यालय परिसर में 6 खिड़कियां और 7 दरवाजे बिना किवाड़ के खुले थे, जिससे कोई भी व्यक्ति परिसर में बेरोकटोक प्रवेश कर सकता था। अब सभी खिड़कियों और दरवाजों पर किवाड़ लगाए गए हैं। विद्यालय प्रशासन की अनुमति के बिना अब परिसर में कोई भी प्रवेश नहीं कर सकेगा।
मुख्य द्वार पर बनेगा किलेनुमा मेहराब
विद्यालय भवन को आकर्षक रूप देने के लिए मुख्य द्वार पर किले के मेहराब जैसा स्वरूप तैयार किया जा रहा है। साथ ही वाहनों के लिए पार्किंग क्षेत्र विकसित किया है, जिस पर टिनशेड लगाया गया है। इसके अतिरिक्त शहीद स्मारक और प्रधानाचार्य कक्ष को नया रूप दिया जा रहा है।
पौधरोपण के लिए विशेष स्थान
विद्यालय में पौधरोपण के लिए एक संरक्षित क्षेत्र भी तैयार किया जा रहा है। प्रधानाचार्य अनिल कुमार जेवरिया व शिक्षक सुरेश कुमार ने बताया कि जुलाई में पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित होगा, जिसमें विराटनगर के 51 जोड़ों को आमंत्रित किया जाएगा।

Hindi News / Bassi / भामाशाहों की मेहनत से बदल गई विद्यालय की तस्वीर, विद्यालय में बिना अनुमति नहीं मिलेगा प्रवेश

ट्रेंडिंग वीडियो