India Pak Tensions: भारत-पाक में तनातनी के बीच बाड़मेर जिले में गुरुवार रात 9 बजे के बाद रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। ब्लैकआउट के बीच रेड अलर्ट जारी कर जिला कलक्टर ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि आप लोग अपने घरों में रहे और ब्लैकआउट की पालना करने में सहयेाग करें। साथ ही बाड़मेर में बार-बार इमरजेंसी सायरन बज रहे हैं, उनकी पालना की जाएं। वहीं, रेड अलर्ट की घोषणा के बाद बाड़मेर पुलिस सक्रिय हो गई है। साथ ही शहर समेत ग्रामीण क्षेत्रों में चौकसी बढ़ा दी गई है।
भारत-पाक तनाव के बाद वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए गुरुवार देर रात रेड अलर्ट घोषित कर दिया। इसके बाद बिजली आपूर्ति बंद कर दी तथा वाहनों की आवाजाही पर भी सती बरती जा रही है। रात 9 बजे से सुबह चार बजे तक ब्लैक अलर्ट रहा। इधर, दिनभर दोनों देशों के बीच तनाव को लेकर चर्चाएं रहीं। जिला व पुलिस प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। जिले के पुलिस थानों में कंट्रोल रूम स्थापित कर 24 घंटे गश्त के निर्देश दिए गए हैं।
ब्लैकआउट के दौरान रात 9 से सुबह 4 बजे तक समस्त घरों एवं प्रतिष्ठानों की बिजली बंद रखने के निर्देश जारी किए गए हैं। वाहनों की आवाजाही बाधित रहेगी। नागरिकों को निर्देशित किया गया है कि ब्लैकआउट के दौरान अपने घरों से बाहर न निकलें। ब्लैकआउट हवाई हमले अथवा भविष्य में आने वाली किसी भी आपात स्थिति से निपटने की तैयारी के रूप में किया जा रहा है।
विशेष निर्देश – एडवाइजरी जारी
1. सतर्क रहें, लेकिन घबराएं नहीं: अफवाहों पर ध्यान न दें। केवल सरकारी सूचना माध्यमों (लाउडस्पीकर, व्हाट्सएप ग्रुप, पंचायत घोषणा, रेडियो) पर विश्वास करें। अफवाह फैलाने वालों से सावधान रहें और पुलिस को सूचित करें।
2. आपातकालीन स्थिति के लिए तैयारी रखें: पहचान पत्र, राशन कार्ड, आवश्यक कागजात व वस्तुएं एक थैले में रखें। नजदीकी सुरक्षित स्थान (जैसे विद्यालय, पंचायत भवन) की जानकारी रखें। 3. हवाई हमले या सायरन सूचना पर: घर के अंदरूनी व खिड़कियों से दूर कमरे में जाएं।
मजबूत मेज/बिस्तर के नीचे शरण लें, दीवार से सटे रहें। दरवाजे-खिड़कियां बंद कर गैस सिलेंडर बंद करें। मिट्टी के मटके या पानी की टंकी जैसी वस्तुओं से अस्थायी ढाल बनाएं। 4. रात में रोशनी व मूवमेंट पर रोक: सभी लाइटें ढक दें, बाहर से रोशनी न दिखे।
अनावश्यक आवाजाही न करें। चौकीदारी व पुलिस गश्त से सहयोग करें। 5. सीमावर्ती गांवों के लिए निर्देश: बीएसएफ/पुलिस के निर्देशानुसार गांव खाली करने की स्थिति में सहयोग करें। वाहनों में डीजल/पेट्रोल भरवा लें, ट्रैक्टर तैयार रखें, मवेशियों को बांधकर रखें।
बुजुर्गों, बच्चों व दिव्यांगों को प्राथमिकता दें। 6. ग्राम स्तर पर सामुदायिक तैयारी: ग्राम सेवक, सरपंच, स्कूल प्रधान मिलकर आपदा प्रबंधन समिति बनाएं। सुरक्षित सामुदायिक भवनों की पहचान कर आवश्यक सुविधाएं जुटाएं। आवश्यकता अनुसार स्कूलों में छुट्टी दी जा सकती है।
7. संदिग्ध गतिविधियों की सूचना दें: किसी अनजान व्यक्ति, ड्रोन, संदिग्ध वस्तु या गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस थाना या सेना चौकी को दें।
48 पुलिस थानों में कंट्रोल रूम, गश्त पर अलर्ट
जिले से सटी पाकिस्तान सीमा पर स्थित पुलिस थानों/चौकियों तथा अन्य थानों पर तैनात पुलिस जवानों को अलर्ट मोड में सतर्कता बरतने, सुरक्षा एजेंसियों से समन्वय रखते हुए आपात स्थिति से निपटने तथा आमजन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी नजदीकी थाना/चौकी, पुलिस नियंत्रण कक्ष या पुलिस अधीक्षक को मोबाइल/टेलीफोन नंबर पर दी जा सकती है। पुलिस ने 48 थानों और चौकियों में कंट्रोल रूम स्थापित कर टेलीफोन नंबर जारी किए हैं।