लोगों से शांति बनाए रखने की अपील
इस बीच, शनिवार शाम को पंजाब के कई क्षेत्रों, जिनमें पठानकोट, लुधियाना, मोगा, फिरोजपुर और जालंधर शामिल हैं, में पूर्ण ब्लैकआउट लागू कर दिया गया। जालंधर के उपायुक्त ने एक बयान जारी कर नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील की और स्पष्ट किया कि यह ब्लैकआउट एक एहतियाती कदम है। बयान में कहा गया, “हाल की खबरों और एहतियात के तौर पर, जालंधर के कुछ हिस्सों में स्ट्रीट लाइटें बंद की जा रही हैं। इस समय ब्लैकआउट लागू नहीं है। कृपया शांत रहें, क्योंकि जालंधर अभी प्रभावित नहीं है।”
पाकिस्तान ने किया शांति समझौते का उल्लंघन
शनिवार को भारत ने कहा कि पाकिस्तान ने दोनों देशों के सैन्य अभियान निदेशकों (DGMO) के बीच गोलीबारी और सैन्य कार्रवाइयों को रोकने के लिए हुए समझौते का उल्लंघन किया है। विदेश सचिव विक्रम मिश्री ने एक विशेष ब्रीफिंग में बताया कि यह उल्लंघन दिन में पहले हुए समझौते का स्पष्ट उल्लंघन है, और भारत इसकी गंभीरता से नोटिस ले रहा है। मिश्री ने कहा, “पिछले कुछ घंटों में, भारत और पाकिस्तान के DGMO के बीच आज शाम को हुए समझौते का बार-बार उल्लंघन हुआ है। यह आज के समझौते का उल्लंघन है। सशस्त्र बल इन उल्लंघनों का उचित और प्रभावी जवाब दे रहे हैं, और हम इन उल्लंघनों को बहुत गंभीरता से लेते हैं।” उन्होंने पाकिस्तान से इन उल्लंघनों को रोकने और स्थिति को गंभीरता व जिम्मेदारी से संभालने के लिए उचित कदम उठाने की मांग की। मिश्री ने यह भी बताया कि भारतीय सशस्त्र बलों को अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर इस तरह के उल्लंघनों की पुनरावृत्ति को कड़ाई से निपटने के निर्देश दिए गए हैं।
पहलगाम हमले के बाद बढ़ी टेंशन
यह घटनाक्रम भारत द्वारा 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में 7 मई को शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद तेज हुआ है। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिसके जवाब में भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर (PoJK) में नौ आतंकी ठिकानों पर हमला किया था। इसके बाद पाकिस्तान ने तोपखाने और ड्रोनों के जरिए कई उकसावेपूर्ण कार्रवाइयां कीं। नगरोटा में हुई इस ताजा घटना ने एक बार फिर सीमा पर तनाव को उजागर किया है। भारतीय सेना की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई ने संभावित खतरे को टाल दिया, लेकिन यह घटना पाकिस्तान की ओर से बार-बार होने वाले उल्लंघनों की गंभीरता को दर्शाती है। सशस्त्र बल पूर्ण सतर्कता के साथ स्थिति पर नजर रखे हुए हैं, और देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठा रहे हैं।