यह छापेमारी जिलाधिकारी और औषधि विभाग के सहायक आयुक्त संदीप कुमार के निर्देश पर की गई। टीम में औषधि निरीक्षक राजेश कुमार, अनामिका अंकुर जैन और उर्मिला वर्मा शामिल थीं। छापेमारी न्यू मेडिसिन प्वाइंट, रिलायंस मेडिकल स्टोर (मिशन हॉस्पिटल के पास), यूनिक मेडिकोज (सर्किट हाउस चौराहा), गुनीना फार्मास्युटिकल्स, बरेली फार्मास्युटिकल्स (गली नवाबान) और अकाश हेल्थ केयर (शास्त्री मार्केट) पर की गई। टीम ने मेडिकल स्टोर्स पर पहुंचकर वहां रखी दवाओं की गुणवत्ता, बिलिंग रजिस्टर और लाइसेंस की बारीकी से जांच की। इस दौरान कुछ दवाओं को संदेह के आधार पर सील कर दिया गया और तीन संदिग्ध दवाओं के नमूने जांच के लिए भेजे गए।
अधिकारियों ने बताया कि जांच रिपोर्ट आने के बाद अगर ये दवाएं नकली या मानकों से नीचे पाई जाती हैं, तो संबंधित फर्मों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। औषधि विभाग की इस एक्शन से दवा बाजार में हड़कंप मच गया है। विभाग का कहना है कि आगे भी इस तरह की छापेमारी जारी रहेगी ताकि मरीजों को सही और सुरक्षित दवाएं मिल सकें।