यहां भारी बारिश का अलर्ट?
उत्तर प्रदेश: मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर प्रदेश के कई जिलों में 29 से 31 जुलाई तक भारी बारिश की संभावना है। खासकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, गाजियाबाद, नोएडा, आगरा, झांसी, जालौन, हमीरपुर, महोबा और ललितपुर में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा, 46 जिलों में आकाशीय बिजली गिरने का खतरा भी बना हुआ है। बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बनने से पूर्वी और पश्चिमी दोनों हिस्सों में बारिश की गतिविधियां बढ़ेंगी। राजस्थान: राजस्थान में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो चुका है। मौसम विभाग ने 27 से 31 जुलाई तक राज्य के पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। जयपुर, कोटा, उदयपुर और अन्य इलाकों में जलभराव और यातायात प्रभावित होने की आशंका है।
मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश में 31 जुलाई तक अति भारी बारिश की संभावना है। खासकर पश्चिमी मध्य प्रदेश में कुछ स्थानों पर अत्यंत भारी वर्षा का अनुमान है। बाढ़ और वज्रपात का खतरा भी बना हुआ है।
हिमाचल प्रदेश: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा, मंडी, कुल्लू और शिमला जैसे जिलों में 31 जुलाई तक भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। भूस्खलन और फ्लैश फ्लड की आशंका के चलते लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। 31 जुलाई के बाद मानसून कमजोर पड़ सकता है।
उत्तराखंड: उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र (नैनीताल, चंपावत, पिथौरागढ़, बागेश्वर) में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है, जबकि गढ़वाल क्षेत्र (टिहरी, पौड़ी, देहरादून) में येलो अलर्ट जारी किया गया है। बिहार: बिहार के पश्चिमी चंपारण, मुजफ्फरपुर, सीवान, सारण, बेगुसराय, मधेपुरा, पटना और अन्य जिलों में भारी बारिश और वज्रपात का अलर्ट है।
दिल्ली-NCR: दिल्ली और एनसीआर में 4 अगस्त तक मध्यम से भारी बारिश की संभावना है। जलभराव और ट्रैफिक जाम की स्थिति बन सकती है।
मानसून की स्थिति
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में एक नया निम्न दबाव का क्षेत्र सक्रिय होने से मानसून की गतिविधियां तेज हुई हैं। यह स्थिति 31 जुलाई तक जारी रहने की संभावना है, जिसके बाद कुछ क्षेत्रों में बारिश की तीव्रता कम हो सकती है। लोगों से अपील है कि वे मौसम विभाग की ताजा जानकारी पर नजर रखें और किसी भी आपात स्थिति में स्थानीय प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें।