प्रदर्शनकारियों ने कहा कि 500 से ज्यादा किसानों की जमीन पर टावर लगाने की योजना है। इससे किसान समुदाय काफी चिंतित हैं। हाई-वोल्टेज बिजली लाइनों से स्वास्थ्य को खतरा हो सकता है।किसानों ने कहा, इससे हमारी जमीन, फसल, स्वास्थ्य और आजीविका पर असर पड़ेगा। अगर केपीटीसीएल इस योजना पर आगे बढ़ता है, तो हमें कृषि भूमि की सुरक्षा के लिए अपना विरोध तेज करने पर मजबूर होना पड़ेगा। अगर परियोजना आगे बढ़ती है, तो जमीन के मूल्य में काफी गिरावट आएगी।
प्रदर्शन के बाद किसान डिप्टी कमिश्नर के कार्यालय के सामने एकत्र हुए, नारे लगाए और ज्ञापन सौंपा। अपनी अपील में उन्होंने सरकार से इस परियोजना को वापस लेने का आग्रह किया और आरोप लगाया कि इसे उचित परामर्श के बिना लागू किया जा रहा है।