वे विश्व रक्तदान दिवस के उपलक्ष्य में सोमवार को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, राज्य रक्त आधान परिषद, एड्स नियंत्रण इकाई और बीबीएमपी की ओर से शहर के शेषाद्रीपुरम कॉलेज सभागार में आयोजित जागरूकता और रक्तदान शिविर के उद्घाटन के बाद संबोधित कर रहे थे।
मंत्री ने कहा रक्त का कोई कृत्रिम विकल्प नहीं है, इसलिए रक्तदान ही मानव जीवन बचाने का एकमात्र तरीका है। 18 से 65 वर्ष की आयु के प्रत्येक व्यक्ति को रक्तदान के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि 2024-25 में 8,15,402 रक्त यूनिट एकत्र करने का लक्ष्य है और उक्त वर्ष में 10,11,073 रक्त यूनिट एकत्र किए गए। राज्य के 43 सरकारी रक्त केन्द्रों में से 38 में रक्त घटक पृथक्करण इकाइयां स्थापित की जा चुकी हैं और सभी वर्तमान में कार्यात्मक हैं। जहां भी जरूरत होगी, वहां और अधिक ब्लड बैंक खोले जाएंगे।
विश्व रक्तदाता दिवस समारोह में भाग लेने और लायंस ब्लड सेंटर, जीवधारा मैसूरु के मोबाइल रक्तदान वाहन का शुभारंभ करने के बाद, उन्होंने मौके पर रक्तदान किया और सभी के लिए एक मिसाल कायम की।