क्या है पूरा मामला
बता दें कि गढ़वा जिला निवासी बुद्धनाथ सिंह की शादी 11 मई को छत्तीसगढ़ की सुनीता के साथ हुई थी। शादी के अगले ही दिन सुनीता ने अपने मायके लौटने की इच्छा जाहिर की और स्पष्ट रूप से कहा कि उसे यह शादी पसंद नहीं है। परिवार वालों ने रिश्ते को बचाने की कोशिश की, लेकिन सुनीता का मन नहीं बदला।
5 जून को हुई पंचायत
हालांकि बाद में 5 जून को पंचायत बैठी और सुनीता दोबारा ससुराल वापस लौटी। वहीं 14 जून को पति-पत्नी बाजार गए थे। इस दौरान सुनीता ने बुद्धनाथ को कीटनाशक खरीदने के लिए कहा। सुनीता ने कहा कि उसे इसकी पेड़-पौधों में डालने के लिए जरूरत है। आरोप है कि सुनीता ने 15 जून की रात को पति को खाने में कीटनाशक दे दिया, जिससे पति की मौत हो गई।
सुनीता को किया गिरफ्तार
पुलिस के अनुसार, सुनीता ने अपने पति के खाने में कीटनाशक मिलाकर उसकी हत्या कर दी। अगली सुबह जब बुद्धनाथ नहीं उठे, तो उनकी मां राजमती देवी को शक हुआ। राजमती ने पुलिस में शिकायत दर्ज की, जिसके बाद सुनीता को गिरफ्तार कर लिया गया। सोनम रघुवंशी मामले से समानता
यह मामला इंदौर के सोनम रघुवंशी हत्याकांड से कई मायनों में मिलता-जुलता है। सोनम रघुवंशी ने अपने पति राजा रघुवंशी की हत्या शादी के 11 दिन बाद मेघालय में हनीमून के दौरान कर दी थी। सोनम ने अपने प्रेमी राज कुशवाहा और तीन अन्य लोगों के साथ मिलकर राजा की हत्या की साजिश रची थी।