इस कांवड यात्रा में अमोलेश्वर धाम के बहु प्रसिद्ध मंहत बच्चू महराज जी रथ में कांवड यात्रा के साथ चल रहे थे उनके आगे माँ बिरासनी देवी की झांकी, भगवान भूत भावन शिव की झांकी, कांवडियों के आगे आगे चलकर कांवडिय़ों में भक्ति, आस्था की नई ऊर्जा का संचार करती रही। विदित हो कि कांवड़ यात्रा में शामिल होने वाले भक्त अमहाई झिंरिया से जल लेकर नगर के सरस्वती विद्यालय में एकत्रित हुए जहां से नगर में बिराजित आदि शक्ति जगत जननी मां बिरासनी मंदिर पहुंच कर भक्तों ने माता से आशीर्वाद ग्रहण कर पंचलेश्वर धाम के लिए रवाना हुए। कांवडिय़ों का पाली नगर मुख्य बाजार में कसौंधन समाज ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया तो बीच रास्ते में धौंरई में कांवडिय़ा संघ ने पुष्प बर्षा कर कांवडियों का अभिनंदन किया।