कुछ महीने पहले भी इसी तरह का मामला सामने आया था, शिकायत के बाद कुछ समय तक अस्पताल प्रशासन ने सतर्कता दिखाई, लेकिन अब फिर से पुराना रवैया शुरू हो गया है। मामले में पाली बीएमओ डॉ. पी एल सागर ने कहा, ऐसे मामलों को सख्ती से रोका जाएगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. वी.एस. चंदेल ने भी मामले को गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा, मामला संज्ञान में आने के बाद पाली बीएमओ को तत्काल निर्देशित किया है कि मरीजों को निजी दुकानों से दवा लिखना बंद किया जाए और सरकारी दवाओं का उपयोग अनिवार्य किया जाए।