एक माह पहले मिला था नोटिस, बकरीद का किया इंतजार
जानकारी के अनुसार, बहजोई रोड पर स्थित यह दरगाह सड़क चौड़ीकरण परियोजना के रास्ते में आ रही थी। प्रशासन ने लगभग एक महीने पहले दरगाह को हटाने के लिए नोटिस जारी किया था। मस्जिद कमेटी के सदस्यों ने बताया कि वे ईद उल-अजहा (बकरीद) के पर्व के समाप्त होने का इंतजार कर रहे थे, और पर्व बीतते ही उन्होंने खुद इस कार्य को अंजाम देने का निर्णय लिया। रविवार को पहले मजदूरों की मदद से दरगाह के कुछ हिस्से को तोड़ा गया, और फिर सोमवार सुबह पूरी तरह से हटाने के लिए बुलडोजर मंगवाया गया।
हिंदू समाज ने भी पेश की थी मिसाल, हटाया था मंदिर
यह कोई पहला उदाहरण नहीं है जब इस क्षेत्र में विकास के लिए धार्मिक ढांचों को हटाया गया हो। मस्जिद कमेटी के सदस्यों ने बताया कि इससे पहले, दरगाह के ठीक सामने स्थित एक मंदिर को भी हिंदू समाज के लोगों ने स्वयं हटवा दिया था, क्योंकि वह भी सड़क चौड़ीकरण में बाधा बन रहा था। यह दर्शाता है कि दोनों समुदाय विकास और सार्वजनिक सुविधा के लिए मिलकर काम करने को तैयार हैं।
मस्जिद कमेटी: ‘अधिकारी कह रहे हैं तो तुड़वाना ही पड़ेगा’
मस्जिद कमेटी के सदस्य अकील अहमद ने इस पहल पर बात करते हुए कहा, “अधिकारियों ने हमसे स्पष्ट रूप से कहा था कि यह निर्माण सड़क के बीच में आ रहा है और इसे हटाना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि मंदिर भी टूटेगा और मस्जिद भी। जब अधिकारी ऐसा कह रहे हैं, तो हमें इसे तुड़वाना ही पड़ेगा।” उन्होंने आगे बताया कि दरगाह का जो हिस्सा निर्माण के बीच में आ रहा है, उसे हटाया जा रहा है, और बाकी हिस्से को पीछे की ओर स्थानांतरित किया जाएगा। एसडीएम ने की पुष्टि: पीडब्ल्यूडी ने जारी किया था नोटिस
एसडीएम डॉ. वंदना मिश्रा ने इस मामले की पुष्टि करते हुए बताया, “पीडब्ल्यूडी (लोक निर्माण विभाग) की ओर से इन निर्माणों को हटाने के लिए नोटिस जारी किया गया था। सड़क के हिस्से में जितना क्षेत्र आ रहा है, उतना ही तोड़ा जाएगा। यदि आगे की इमारत पूरी आ रही है तो वह पूरी ही हटेगी।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इसमें दरगाह के अलावा मस्जिद का भी कुछ हिस्सा है, और मंदिर का भी आगे का कुछ हिस्सा सड़क चौड़ीकरण के लिए जा रहा है।