Bahraich News:
बहराइच जिले के कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग के मूर्तिहा रेंज में लक्कड़ शाह सहित चार मजार को रविवार की रात कई बुलडोजर लगाकर जमीदोंज कर दिया गया है। वन विभाग के मुताबिक बेदखली की नोटिस दी गई थी। यह मजारे बाघ बाहुल्य स्थान क्षेत्र में स्थित थी। मजार कमेटी की जिम्मेदार सिर्फ 1986 का एक कागज दिखा सके। लेकिन 1986 से पहले यह जमीन किसकी थी। इस संबंध में कोई दस्तावेज नहीं दिखा सके। यही नहीं वन विभाग का तर्क है कि यह सेंचुरीइलाका है। कोर जोन इलाका होने की वजह से यहां पर संरक्षित जीव जंतुओं का ठिकाना रहता है। जिसकी वजह से मजार को हटाया गया है। जबकि मजार प्रबंधन समिति के अध्यक्ष रईस अहमद ने कहा कि हर साल लगने वाले मेले हिंदू-मुस्लिम एकता की निशानी हैं। मेले में आने वाले 60 फीसदी से ज्यादा लोग हिंदू हैं। यहां पर सदियों से मेला लग रहा है। यही वन विभाग जो पहले मेले के लिए बोली लगाता था। ठेके देता था वो अब मजारों को अतिक्रमण बता रहा है।
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डीएफओ बोले- न्यायालय ने वन विभाग के पक्ष में दिया था फैसला
डीएफओ ने बताया कि अतिक्रमण का मामला काफी दिनों से न्यायालय में चल रहा था। जिसमें वन विभाग के पक्ष में फैसला आया था। जिसके बाद से अतिक्रमणकारियों को नोटिस देकर स्वतः अतिक्रमण हटाने के लिए कहा गया था। लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद भी जब अतिक्रम नहीं हटाया गया। तो देर रात बुलडोजर की कार्रवाई करके चारों मजारों को ध्वस्त कर दिया गया। मजारों के मलबे को भी तेजी से हटाया जा रहा है।