शादी से खुश नहीं थी ज्योति, मायके में रह रही थी
ज्योति की शादी करीब एक साल पहले दीपपुर, थाना रजपुरा निवासी अंकित कुमार से हुई थी। लेकिन वह इस शादी से खुश नहीं थी और आठ महीने से अपने पिता झाऊ सिंह के घर मैढोली गांव में रह रही थी। फेसबुक पर हुई दोस्ती, प्यार में बदल गया रिश्ता
पुलिस के अनुसार सात-आठ महीने पहले ज्योति और
अलीगढ़ के दादो थाना क्षेत्र के गांव गोबला लहरा निवासी नीटू पुत्र वीरेंद्र की फेसबुक पर दोस्ती हुई थी। धीरे-धीरे यह दोस्ती प्यार में बदल गई। नीटू अक्सर जुनावई बाजार में ज्योति से मिलने आता था। ज्योति ने ससुराल जाने से इनकार कर दिया था, जिससे उसके परिवार वालों ने उसे कई बार मारा-पीटा।
गुड़गांव ले गया प्रेमी, फिर बनाई हत्या की योजना
29 और 30 मई को मारपीट के बाद 31 मई को नीटू ज्योति को लेकर
गुड़गांव चला गया। वहां दोनों ने रात बिताई, लेकिन जब ज्योति ने शादी के लिए दबाव बनाया और जेल भेजने की धमकी दी, तो नीटू उसे वापस जुनावई ले आया। रास्ते में उसने अपने दो साथियों रंजीत और संजीव के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची।
जंगल में गला घोंटकर की हत्या, लाश पेड़ से लटकाई
तीन जून को जुनावई थाना क्षेत्र के गांव सेंजना मुस्लिम के जंगल में ज्योति का शव मिला। शव शीशम के पेड़ की पतली टहनी से रस्सी के सहारे लटका था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाने से मौत की पुष्टि हुई।
प्रेस वार्ता में खुलासा, प्रेमी गिरफ्तार, दो साथी फरार
एएसपी अनुकृति शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि चार जून को मृतका के पिता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया। आठ जून को नीटू को फतेहपुर रोड से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उसने हत्या की बात कबूल की और बताया कि शादी की जिद से तंग आकर उसने दो साथियों के साथ मिलकर ज्योति की जान ले ली।
सिर्फ सात महीने में प्यार से मौत तक का सफर
ज्योति और नीटू की दोस्ती मात्र सात-आठ महीने पुरानी थी। फेसबुक पर शुरू हुई यह कहानी जल्द ही हत्या की वारदात में बदल गई। शादी का सपना देख रही एक लड़की को उसके ही प्रेमी ने मौत के घाट उतार दिया। पुलिस की कार्रवाई जारी, फरार आरोपियों की तलाश
फिलहाल नीटू पुलिस की गिरफ्त में है और उसके दो फरार साथियों की तलाश में दबिश दी जा रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।