पूर्व में की गई थी पैमाइश, धर्मस्थल पाए गए अतिक्रमण में
प्रशासन ने पिछले महीने हयातनगर थाने से आगे स्थित धर्मकूप मंदिर और उसके सामने स्थित मस्जिद की पैमाइश कराई थी। पैमाइश में दोनों ही धर्मस्थल लोक निर्माण विभाग की सड़क में अतिक्रमण करते पाए गए थे। इसके बाद दोनों धार्मिक संस्थानों को स्वयं अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया गया था। मस्जिद कमेटी को विभाग द्वारा विधिवत नोटिस भी भेजा गया था।
अधिकारियों की मौजूदगी में कार्रवाई, पुलिस बल रहा तैनात
सोमवार सुबह SDM डॉ. वंदना मिश्रा, तहसीलदार धीरेंद्र सिंह, राजस्व विभाग की टीम और पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। शुरू में मस्जिद कमेटी के लोगों ने खुद मजदूरों के जरिए ढांचों को गिरवाना शुरू किया, लेकिन प्रक्रिया धीमी होने के कारण अधिकारियों ने बुलडोजर मंगवाकर मस्जिद के आगे के हिस्से को गिरवा दिया।
मजार को स्थानांतरित करने पर बनी सहमति
कार्रवाई के दौरान यह भी देखा गया कि मस्जिद परिसर में स्थित मजार भी सड़क की सीमा में आ रही थी। प्रशासन और मस्जिद कमेटी के बीच चर्चा के बाद यह तय किया गया कि मजार को यथावत उठाकर किसी अन्य स्थान पर स्थानांतरित किया जाएगा। इस पर दोनों पक्षों ने सहमति जताई।
मंदिर का भी आंशिक अतिक्रमण हटाया गया
सड़क के दूसरी ओर स्थित प्राचीन मंदिर की बाउंड्री का कुछ हिस्सा भी अतिक्रमण में पाया गया था। मजदूरों ने मंदिर की सामने की दीवार को तोड़ने का कार्य शुरू किया। दोपहर में सिटी मजिस्ट्रेट सुधीर कुमार भी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। धार्मिक स्थलों को लेकर प्रशासन ने बरती सतर्कता
धार्मिक भावना से जुड़ा मामला होने के चलते प्रशासन ने पूरी सतर्कता और संयम के साथ कार्रवाई की। SDM डॉ. वंदना मिश्रा ने बताया कि पूर्व में की गई पैमाइश में मस्जिद, मजार और मंदिर का कुछ हिस्सा सड़क में पाया गया था। लोक निर्माण विभाग द्वारा नोटिस जारी किए जाने के बाद तय प्रक्रिया के तहत यह कार्रवाई की गई है।