अटारी बॉर्डर के लिए किए गए रवाना
सहारनपुर में रह रहे ये सभी 12 पाकिस्तानी यहां अपनी रिश्तेदारियों में आए हुए थे। इन्हे तत्काल प्रभाव से भारत छोड़ने के लिए कह दिया गया। इससे इनके चेहरे उदास हो गए। इनमें से अधिकांश ने एक दिन की रियायत मांगी लेकिन प्रशासन ने साफ कह दिया कि सरकार सख्त है किसी तरह कोई छूट नहीं मिलेगी। अगर आदेशों के नहीं माना जाएगा तो कार्रवाई होगी। इसके बाद इन लोगों ने आनन-फानन में निकलना ही ठीक समझा। कुछ रिश्तेदार तो इन्हे अटारी बार्डर तक छोड़ने के लिए साथ भी गए हैं।
अन्य जिलों से भी रवाना किए गए पाकिस्तानी नागरिक
सहारनपुर की तर्ज पर बुलंदशहर, मेरठ, बिजनौर और मेरठ में पाकिस्तान से आए हुए लोगों को भी तत्काल प्रभाव से वापस किया गया है। बुलंदशहर में आई हुई चार पाकिस्तानी महिलाओं को भी वापस भेज दिया गया है। एक महिला की कागजी कार्यवाही रह गई है उसे पूरा किया जा रहा है शुक्रवार तक उसे भी भेज दिया जाएगा। इसी तरह से मेरठ और बिजनौर आए हुए एक-एक पाकिस्तानी नागरिक को दिल्ली भेजा गया है। दिल्ली से इन्हे पाकिस्तान के लिए रवाना किया जाएगा।
शादी से एक दिन पहले ही किया वापस
मुजफ्फरनगर को जोगियाखेड़ी की रहने वाली बसकरी का निकाह पाकिस्तान में हो गया था। अब उसकी बहन की बेटी की शादी। 26 अप्रैल को होने वाली इस शादी के लिए बसकरी 45 दिन का वीजा लेकर भारत आई थी। इसी बीच पहलगांव में हुए हमले के बाद सरकार ने सभी पाकिस्तानियों के रवाना करने के निर्देश दिए तो बसकरी को निकाह से एक दिन पहले ही 25 अप्रैल को रवाना कर दिया गया।
लंबे समय से सहारनपुर में रह रहे पाकिस्तानियों को लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं
शॉर्ट टर्म वीजा पर सहारनपुर आए हुए 12 पाकिस्तानी नागरिकों को तो रवाना कर दिया गया है लेकिन अभी तक उन लोगों की स्थिति स्पष्ट नहीं है जो लंबे समय से भारत में रह रहे हैं। इनमें से अधिकांश महिलाएं हैं जो शादी होने के बाद भारत में आई यानी जिनकी शादी भारत में हो गई। अब ऐसे नागरिकों का क्या करना है इसको लेकर स्थिति अभी स्पष्ट नहीं है। प्रशासन का कहना है कि इनके लिए जो निर्देश आएंगे उसी अनुसार आगे कार्यवाही की जाएगी।