करंट की अफवाह से मची भगदड़
पुलिस की प्राथमिक पूछताछ और जांच पड़ताल में पता चला है कि रविवार सुबह मंदिर में दर्शन करने वालों की भारी भीड़ थी। मंदिर परिसर भरा हुआ था। इसी दौरान मंदिर वाले रास्ते पर जमा श्रद्धालुओं के बीच यह अफवा फैल गई कि सीड़ियों में करंट आ रहा है। इससे लोग घबरा गये और इधर-उधर भागने लगे। चीख-पुकार मच गई इससे माहौल और ज्यादा पैनिक होता चला गया और भीड़ में जो श्रद्धालु गिर गए उन्हे भीड़ कुचलते हुए आगे बढ़ने लगी। इस तरह कुचले जाने और दम घुटने से करीब छह श्रद्धालुओं की मौत हो गई।35 श्रद्धालुओं को ले जाया गया अस्पताल
एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोभाल ने एक समाचार एंजेसी को बताया कि सुबह करीब 9 बजे सूचना मिली कि मनसा देवी मंदिर के रास्ते में भगदड़ मच गई है। इस सूचना पर तुरंत टीमों को रवाना किया गया। राहत और बचाव कार्य करते हुए करीब 35 श्रद्धालुओं को अस्पताल ले जाया गया। इनमें से छह को मृत घोषित कर दिया। अन्य का उपचार कराया जा रहा है। राहत एवं बचाव कार्य जारी है। इसके साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि यह दुर्घटना कैसे हुई। प्राथमिक पड़ताल में यही पता चला है कि करंट की अफवा फैलने के बाद मची भगदड़ से यह हाद्सा हुआ।सीएम ने जताया दुख, मुआवजे की भी घोषणा
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने घटना पर दुख जताते हुए हाइलेवल जांच के आदेश दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने मरने वालों के परिवार वालों को दो-दो लाख रुपये और घायलों के परिजनों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दिए जाने की बात कही है। सीएम ने कहा है कि वह राहत और बचाव कार्यों की मॉनेटरिंग कर रहे हैं। इसके साथ ही दुर्घटना के मुख्य कारणों का पता लगाने के लिए मजिस्ट्रियल जांच बैठाई गई है।