एक सब्जी विक्रेता ने बताया कि नींबू से भी आलू साफ करते हैं, लेकिन चमक कम आती है और एसिड से आलू धोने से वह सफेद दिखने लगते हैं। सबसे ज्यादा एसिड का उपयोग शुक्रवार के हाट बाजार में किया जाता है। क्योंकि उस दिन बिक्री ज्यादा होती है। जबकि एसिड से धुला आलू एक और दो दिन में ही खराब हो जाता है।
बीएमओ डॉ. संजीव अग्रवाल ने बताया कि एसिड का उपयोग करने से गैस, पेट में जलन, सीने में जलन, मुंह में छाले आ सकते हैं और पाचन क्रिया पर भी असर पड़ सकता है। इसके उपयोग पर रोक लगना चाहिए।
टॉयलेट एसिड बाजार में आसानी से किराना दुकान, जनरल स्टोर पर मिल रहा है। जबकि कुछ वर्ष पूर्व नियम बनाया गया था कि जिस भी व्यक्ति को एसिड बेचा जाएगा उसका नाम, पता का विवरण रखना होगा, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हो रहा है और धड्डले से एसिड बिक रहा है।
यदि आलू धोनों में एसिड का उपयोग हो रहा है, तो इसकी जांच कराई जाएगी। साथ ही बिना जानकारी लिए एसिड बेचने वालों पर भी कार्रवाई करेंगे।
विजय डेहरिया, एसडीएम, बीना