कृषि विभाग के अनुसार क्षेत्र में करीब 38 हजार हैक्टेयर में सोयाबीन की बोवनी हुई है, जिसमें 20 प्रतिशत बीज का अंकुरण नहीं हुआ है। यहां किसानों ने दूसरी बार बोवनी की है या फिर खेत खाली पड़े हैं। उड़द की बोवनी करीब आठ हजार हैक्टेयर में हुई है। इस वर्ष किसानों ने मक्का की बोवनी भी छह हजार हैक्टेयर में की है। सभी फसलों को अब धूप की जरूरत है।
क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से हर दिन बारिश हो रही है और शनिवार सुबह तक 343 एमएम बारिश दर्ज हो चुकी है। 12 जून तक पिछले वर्ष 326 एमएम बारिश हुई थी।