यह है छत्तीसगढ़ अंजाेर विजन @2027
शिक्षा और स्किल्ड पृष्ठभूमि:- विद्यालयों में नामांकन में राष्ट्रीय औसत से बेहतर है। जैसे- उच्च- माध्यमिक में संकल नामांकन अनुपात (GER) 68.1 प्रतिशत है। जबकि राष्ट्रीय औसत 57.6 प्रतिशत है।
- दृढ़ नीतिगत निर्णय : स्कूली शिक्षा के लिए सर्वाधिक बजट आवंटन, राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित साइिकल योजना ।
चुनौतियां
- अपेक्षित से कम शैक्षिणक परिणाम। जैसे – गणित और विज्ञान में राष्ट्रीय औसत से कम अंक ।
- अनुसंधान और कौशल विकास परितंत्र में कमियां । जैसे देश के शीर्ष 100 विज्ञान, प्रौद्योगिकी, अभियांत्रिकी एवं गणित महाविद्यालयों में सिर्फ 3 महाविद्यालय, 20 प्रतिशत से कम आईटीआई राष्ट्रीय व्यावसायिक शिक्षा परिषद से संबंद्ध।
मुख्य पहल
- 1000 विद्यालयों को पीएम-श्री विद्यालयों में प्रोन्नत करना। इसमें 10 प्रतिशत से अधिक स्कूली विद्यार्थी शामिल होंगे।
- शिशु शिक्षा : शिशु देखरेख एवं शिक्षा पाठ्यचर्या और शिक्षक सवंर्ग के लिए- विद्यालय, महिला एवं बाल विकास तथा अनुसूचित जाति जनजाति विभागों के बीच समन्वय के लिए राज्य स्तरीय समिति की स्थापना की जाएगी।
- मिश्रित कौशल मॉडल : कक्षा छठवीं से व्यावसायिक शिक्षा शुरू करना और हर विद्यालय में करियर काउंसलर मौजूद होना।
- प्रमाणन, संकाय विकास और उद्योगों के साथ साझेदारी के जरिए संस्थागत गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित करते हुए राज्य शिक्षा मिशन की स्थापना ।
- उद्योग-आधारित पाठ्यक्रमों, इंफ्रा स्ट्रक्चर और नियुक्ति संबंधी समझौता-पत्रों के साथ केंद्रीय हब के रूप में वैश्विक कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना ।
ये मुख्य परिणाम आएंगे
अभी – 2030 – 2035 – 2047साक्षरता दर – 78.2 – 85 – 93 – 99.9 प्रतिशत
जीईआर – 19.6 -35 – 50 – 65 प्रतिशत
औपचारिक प्रशिक्षण – 3.05 – 15 – 30 – 50 प्रतिशत
वाले 15 से 59 वर्ष तकके लोगों का प्रतिशत