मिली जानकारी के मुताबिक, सांकरा में रहने वाले लक्ष्मण उर्फ राजू भट्ट की लाश 1 मई को बेमता में मिली थी। उसका शव लहुलूहान था। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू की। आसपास के सीसीटीवी खंगाले गए। परिवार का बयान लिया गया। इसमें पत्नी रौशनी शर्मा (36) और बेटे ऋषि शर्मा (20) के बयान में अंतर था। दोबारा पूछताछ करने पर नया बयान पहले से बिलकुल अलग था।
ऐसे में शक की सुई परिवार पर ही आ टिकी। सख्ती से पूछताछ में रौशनी टूट गई। उसने बताया कि पति के
शराब पीने से परेशान थी। अक्सर बेटे से भी उसकी लड़ाई होती थी। ऐसे में महिला ने अपनी माता कुसुम शर्मा, साथी उमाशंकर शर्मा और मुकेश शर्मा के साथ मिलकर पति के मर्डर की प्लानिंग की। अपने बेटे के जरिए मध्यप्रदेश के कटनी में रहने वाले उमाशंकर शर्मा और मुकेश शर्मा को सांकरा बुलाया था।
जॉइंट टीम बनाकर मध्यप्रदेश तक पीछा
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस के आला अफसरों के निर्देश पर एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट और तिल्दा-नेवरा पुलिस की संयुक्त जांच टीम बनाई गई। परिवार के संदिग्ध बयान के आधार पर पुलिस ने आरोपियों का लोकेशन ट्रेस किया। एसीसीयू आर तिल्दा-नेवरा पुलिस ने मध्यप्रदेश तक पीछा कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से घटना में इस्तेमाल किया गया चाकू, पत्थर बरामद कर लिया है। बाइक भी जब्त की गई है।
गले पर चाकू चलाया सिर पर पटका पत्थर
आरोपी उमाशंकर और मुकेश ने बताया कि तय प्लानिंग के मुताबिक 1 मई को वे लक्ष्मण को अपने साथ बेमता ले गए। यहां गड़रिया नाले के पास पहले तीनों ने मिलकर शराब पी। इस दौरान उमाशंकर ने मौका पाकर लक्ष्मण के गले पर चाकू चला दिया। उसके गले से खून की धार फूटते ही मुकेश ने पास ही रखा पत्थर भी लक्ष्मण के सिर पर पटक दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद वे दोनों मौके से फरार हो गए थे।