दुर्ग में दो ननों की गिरफ्तारी
दुर्ग में धर्मांतरण मामले में दो ननों की गिरफ्तारी के बाद प्रदेश से लेकर देशभर में बवाल मचा हुआ है। संसद में विपक्षी सांसदों द्वारा सत्तापक्ष को घेरा जा रहा है। राजधानी रायपुर में भी इस मामले को लेकर भाजपा-कांग्रेस द्वारा सियासत तेज है।सबसे अधिक मामले बलरामपुर जिले में
शासन को मिली शिकायतों के अनुसार, बलरामपुर जिले में धर्मांतरण सबसे ज्यादा है। यहां एक साल में 10 धर्मांतरण हुए हैं। इसके बाद बिलासपुर में 8, कोरबा में 7 धर्मांतरण हुए हैं। यह जानकारी विधानसभा के मानसून सत्र में अतारांकित प्रश्न के जवाब में विभागीय मंत्री ने दिए हैं।धर्मांतरण की शिकायतें
रायपुर 3महासमुंद 1
दुर्ग 1
बालोद 3
कबीरधाम 1
बिलासपुर 8
जांजगीर- 5
कोरबा 7
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही 2
बलरामपुर 10
सूरजपुर 1
दंतेवाड़ा 1
2021 से जून 2025 तक के आंकड़े
वर्ष – धर्मांतरण की शिकायतें2021-22 – 31
2022-23 – 11
2023-24 – 16
2024-25 – 43
प्रमुख घटनाएं
- बलरामपुर में हाल ही में एक चंगाई सभा में पुलिस ने छापा मारते हुए 4 लोगों को गिरफ्तार किया। आरोप था कि गांव के लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा था।
- मुंगेली जिले में एक व्यक्ति को धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया, जिसने कथित तौर पर देवी-देवताओं का अपमान करते हुए लोगों को धर्म बदलने के लिए उकसाया।
- जशपुर में प्रार्थना सभा के दौरान विवाद होने के बाद एक आरोपी को हिरासत में लिया गया जबकि पास्टर मौके से फरार हो गया।
- सबसे बड़ी घटना दुर्ग जिले में सामने आई, जहां रेलवे स्टेशन से दो ननों सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। आरोप है कि ये लोग तीन आदिवासी लड़कियों को आगरा ले जाकर धर्मांतरण कराने की योजना में थे।
