नकदी व जेवर बरामद
जांच अधिकारी कल्याण सिंह ने बताया कि सीसीटीवी कैमरों की फुटेज व तकनीकी आधार पर वारदात को अंजाम देने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। रिमांड अवधि के दौरान आरोपियों की निशानदेही पर चोरीशुदा सोने के जेवरातों में से 13 तोला सोने की बरामदगी हो चुकी है। इसके अलावा डेढ़ लाख रुपए में से 73 हजार रुपए की राशि बरामद कर ली गई है। शेष बरामदगी के प्रयास किए जा रहे हैं। ने बताया कि गिरफ्तार एक आरोपी के खिलाफ पूर्व में जंक्शन थाने में मोबाइल चोरी आदि के संबंध में मामले दर्ज हैं। कार्रवाई करने वाली टीम में जीआरपी थाना प्रभारी मदनलाल, एएसआई कल्याण मल, सुरेन्द्र सिंह, जयपाल सिंह व कश्मीर सिंह तथा श्रीनिवास एएसआई आरपीएफ व कांस्टेबल पवन कुमार आरपीएफ शामिल रहे।
क्या बताया गया घटनाक्रम
पुलिस के अनुसार सावित्री देवी पत्नी महावीरप्रसाद चौहान निवासी पुरानी आबादी, श्रीगंगानगर ने रिपोर्ट दी कि वह, उसके जीजा मनफूलराम सांखला, बहन शारदा देवी, पूजा व रेखा अपनी भतीजी की शादी में सीकर गए थे। वहां से नौ अप्रेल को श्रीगंगानगर आने के लिए अरावली एक्सप्रेस में सवार हुए। उनके पास बैग, सूटकेस आदि के कुल 11 नग थे। रेलगाड़ी दस अप्रेल की रात करीब ढाई दो बजे जंक्शन रेलवे स्टेशन पर रुकी। परिवादिया व उसके परिवार के सदस्य हल्की नींद में थे। करीब आधा घंटा ठहराव के बाद जब रेलगाड़ी चली तो एक अज्ञात व्यक्ति रेलगाड़ी में आया। परिवादिया का पर्स छीनकर चलती रेलगाड़ी से कूदकर फरार हो गया। पीडि़त परिवार ने हल्ला मचाया व चेन खींचकर रेलगाड़ी रुकवाई। जीआरपी टीम मौके पर पहुंची तथा घटना की जानकारी लेकर अज्ञात चोर की तलाश शुरू की।
इतने जेवर चोरी
पीडि़त परिवार के अनुसार पर्स में सोने की पांच चेन, छह अंगूठी, एक मंगलसूत्र, छह चूडिय़ां, एक कोका, एक टोपस जोड़ी, एक झूमके की जोड़ी तथा चांदी की दो पाजेब, एक बिछुड़ी व डेढ़ लाख रुपए की नकदी थी। चुराए गए जेवरात में से कुछ तो पीडि़त परिवार की महिलाओं के वे गहने थे जिनको शादी में पहना था। जबकि कुछ जेवरात उनको विवाह में उपहार में मिले थे। चोरी हुए पर्स में दो मोबाइल फोन भी थे, जिनमें एक बंद था और दूसरा चालू स्थिति में था। पुलिस ने लोकेशन ट्रेस की प्रक्रिया शुरू की। पुलिस के अनुसार पड़ताल के दौरान स्टेशन से कुछ दूरी पर मोबाइल फोन झाडिय़ों में पड़े मिल गए थे।