बेटे और बाप में झगड़ा पुलिस सूत्रों के अनुसार, “मूर्ति अपने परिवार के साथ अन्नाद्रमुक विधायक सी. महेंद्रन के स्वामित्व वाले फार्म में रहते हुए काम करता था। घटना वाली रात लगभग 11 बजे, मूर्ति और उनके छोटे बेटे तंगपांडि के बीच कथित तौर पर नशे में बहस हुई। नशे में बेटे ने अपने पिता पर हमला कर दिया, जिससे वह घायल हो गया। इसके बाद परिवार के अन्य सदस्यों ने पुलिस नियंत्रण कक्ष को घटना की सूचना दी।”
“यह सूचना विशेष उपनिरीक्षक षणमुगवेल को दी गई, जो इलाके में गश्त पर थे। वे कांस्टेबल अळगुराजा के साथ घटनास्थल पर पहुंचे।विवाद सुलझाने की कोशिश के बाद षणमुगवेल ने मूर्ति को अस्पताल पहुंचाया। मौके पर ही मौत
सूत्रों ने बताया कि मणिकंठन, जो कथित तौर पर नहीं चाहता था कि पुलिस उसके भाई को गिरफ्तार करे, ने अचानक उपनिरीक्षक पर दरांती से हमला कर दिया।” इस हमले में षणमुगवेल की गर्दन में गंभीर चोटें आईं और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद मणिकंठन ने कथित तौर पर कांस्टेबल अळगुराजा को भी दौड़ाया और उनको भी मारने की कोशिश की। हालांकि, कांस्टेबल भागने में कामयाब रहे। कांस्टेबल की सूचना पर, गुडीमंगलम पुलिस घटनास्थल पर पहुंची।एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “जब हम पहुंचे, तो हमलावर पहले ही भाग चुके थे। हमें संदेह है कि पिता और उनके दो बेटे इस घटना में लिप्त थे। अनुमान है कि आरोपी खेत में रहकर दिहाड़ी मजदूरी करते थे। विशेष टीमें गठित की गई हैं, और तलाशी अभियान जारी है।”
विधायक से पूछताछ पुलिस ने बुधवार सुबह मदाथुकुलम के विधायक सी. महेंद्रन से पूछताछ की, जिनके फार्म पर विशेष उपनिरीक्षक की हत्या हुई थी।मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने इस दुखद घटना पर अपनी संवेदना व्यक्त की और उपनिरीक्षक के परिवार के लिए एक करोड़ रुपए के मुआवजे की घोषणा की। हत्या के सिलसिले में मुख्य आरोपी मूर्ति और उसके दो बेटों, मणिकंठन और तंगपांडि की गिरफ्तारी के लिए 5 विशेष पुलिस दल गठित किए गए हैं। एसएसआइ की हत्या का पता चलने के बाद डीजीपी शंकर जीवाल ने मौका मुआयना किया और शोक संतप्त परिवार को हिम्मत बंधाई।