मॉनसून की सामान्य यात्रा और अनुमान
आमतौर पर मॉनसून 1 जून को केरल से शुरू होकर 8 जुलाई तक पूरे देश को अपनी चपेट में ले लेता है। फिर यह 17 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिम भारत से वापसी की ओर बढ़ता है, और 15 अक्टूबर तक देश से पूरी तरह विदा हो जाता है। इस बार, मौसम विभाग ने अप्रैल में यह भी कहा था कि 2025 का मॉनसून सामान्य से अधिक वर्षा लेकर आ सकता है। साथ ही अल नीनो जैसी स्थिति की संभावना से इनकार किया है। जो आमतौर पर कम बारिश से जुड़ी होती है।
प्री-मॉनसून ने पहले ही दिखाई सक्रियता
मॉनसून से पहले की गतिविधियां इस बार काफी सक्रिय रही हैं। पिछले एक महीने से देश के कई हिस्सों में तेज हवाएं और बारिश देखने को मिल रही हैं। शनिवार को दिल्ली में बारिश के बाद मौसम सुहावना हो गया। वहीं, बीते कुछ दिनों में उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा और पंजाब के कई इलाकों में भी अच्छी बारिश हुई है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ और अन्य मौसमी प्रणालियों के चलते तापमान में अपेक्षित वृद्धि नहीं हुई है। यही वजह है कि अब तक हीटवेव का प्रभाव सीमित रहा है। ऐसे में गर्मी के सीजन में मॉनसून के जल्दी आने की खबर लोगों के लिए बड़ी राहत बनकर आई है।
जून से सितंबर तक औसत से ज्यादा होगी बारिश
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव एम. रविचंद्रन ने बताया है कि इस साल जून से सितंबर तक चलने वाले चार महीने के मानसून सीजन में औसत से ज्यादा बारिश होने की संभावना है। इसके संकेत पहले ही दिखने लगे हैं। देश के कई हिस्सों में पिछले एक महीने से तेज हवाओं और बारिश की गतिविधियां लगातार जारी हैं। शनिवार को दिल्ली में हल्की बारिश के बाद मौसम सुहावना हो गया। इसी तरह बीते पांच दिनों में उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा और पंजाब के कई इलाकों में बारिश दर्ज की गई है। पश्चिमी विक्षोभ और अन्य मौसमी कारकों की वजह से उत्तर भारत में अब तक लू का ज्यादा असर नहीं देखा गया है। इन गतिविधियों को देखते हुए इस बार मॉनसून अपने तय समय पांच दिन या एक सप्ताह पहले केरल के तट पर पहुंचने की संभावना है। अगले चार दिनों तक इन राज्यों में बहुत भारी बारिश की संभावना
मौसम विभाग के ताजे पूर्वानुमान में 10 से 14 मई तक पूर्वोत्तर भारत में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यक बारिश की संभावना जताई गई है। इस दौरान कहीं-कहीं आसमानी बिजली गिरने की भी आशंका है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले चार दिनों के बीच अरुणाचल प्रदेश में 12 मई को बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। जबकि असम और मेघालय में 11-14 और 16 मई को बहुत भारी बारिश हो सकती है।
वहीं नागालैंड, त्रिपुरा, मणिपुर और मिजोरम में 11 और 12 मई को बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। बात अगर दक्षिण भारत की करें तो 10 से 14 मई तक आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक और अन्य इलाकों में बिजली, गरज के साथ बारिश और तेज़ हवाएं (30-50 किमी/घंटा) चलेंगी। जबकि तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराइकल में 13-14 मई को भारी बारिश के साथ 13-14 मई को आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में आंधी की संभावना है।
दिल्ली-एनसीआर के लिए जारी किया गया येलो अलर्ट
बात अगर दिल्ली की करें तो मौसम विभाग ने 10 मई को दिल्ली में आंधी के साथ भारी बारिश का अनुमान बताया है। इसके लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। अधिकतम तापमान 37°C और न्यूनतम 28°C के आसपास रहने की संभावना है। मौसम विभाग का कहना है कि 11 मई को दिल्ली में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। इस दौरान अधिकतम तापमान 38 डिग्री और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री दर्ज किया जा सकता है। पश्चिमी भारत की बात करें तो 10 से 14 मई तक महाराष्ट्र और गुजरात के कई हिस्सों में गर्जना और तेज़ हवाओं (40-60 किमी/घंटा) के साथ बारिश की संभावना है। जबकि सौराष्ट्र और कच्छ में 10 मई को आंधी (50-70 किमी/घंटा) आने की चेतावनी है। वहीं उत्तर पश्चिम भारत के लिए मौसम विभाग ने 10 से 12 मई तक कई इलाकों में गर्जना, बिजली और तेज़ हवाओं (40-60 किमी/घंटा) के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है।