Operation Sindoor: ‘पाकिस्तान से PoK पर होगी बात’, ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार बोले विदेश मंत्री एस जयशंकर
Operation Sindoor: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि पाकिस्तान के पास आतंकवादियों की एक सूची है, जिसे सौंपे जाने की आवश्यकता है। पाकिस्तान को आतंकवादियों के बुनियादी ढांचे को बंद करना होगा।
Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मीडिया में बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ हमारे संबंध और व्यवहार पूरी तरह से द्विपक्षीय होंगे। यह वर्षों से राष्ट्रीय सहमति है और इसमें बिल्कुल भी बदलाव नहीं हुआ है। पीएम मोदी ने स्पष्ट कर दिया है कि पाकिस्तान के साथ बातचीत केवल आतंकवाद पर होगी। विदेश मंत्री ने कहा कि कश्मीर पर चर्चा के लिए एकमात्र मुद्दा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में अवैध रूप से कब्जाए गए भारतीय क्षेत्र को खाली करना है, हम उस चर्चा के लिए तैयार हैं।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि पाकिस्तान के पास आतंकवादियों की एक सूची है, जिसे सौंपे जाने की आवश्यकता है। पाकिस्तान को आतंकवादियों के बुनियादी ढांचे को बंद करना होगा। वे जानते हैं कि क्या करना है। हम उनके साथ आतंकवाद के बारे में चर्चा करने के लिए तैयार हैं। ये वे वार्ताएं हैं जो संभव हैं।
सिंधु जल संधि पर भी बोले विदेश मंत्री
इस दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सिंधु जल संधि को लेकर भी बात कही। उन्होंने कहा कि सिंधु जल संधि स्थगित है और तब तक स्थगित रहेगी जब तक पाकिस्तान द्वारा सीमा पार आतंकवाद को विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय रूप से नहीं रोका जाता।
‘अमेरिका से व्यापार वार्ता चल रही’
विदेश मंत्री ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता चल रही है। ये जटिल वार्ताएं हैं। जब तक सब कुछ तय नहीं हो जाता, तब तक कुछ भी तय नहीं होता। कोई भी व्यापार सौदा परस्पर लाभकारी होना चाहिए। इसे दोनों देशों के लिए कारगर होना चाहिए। व्यापार सौदे से हमारी यही अपेक्षा होगी। जब तक ऐसा नहीं हो जाता, इस पर कोई भी निर्णय लेना जल्दबाजी होगी।
विदेश मंत्री ने आगे कहा कि ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत में ही पाकिस्तान को हमने एक संदेश भेजा था कि हम आतंकवादी ढांचे पर हमला कर रहे हैं न कि उनकी सेना पर। लेकिन पाकिस्तान ने इस अच्छी सलाह को मानने का फैसला नहीं किया। भारत की जवाबी कार्रवाई में 10 मई की सुबह उन्हें बुरी तरह से नुकसान पहुंचा। सैटेलाइट तस्वीरों से पता चलता है कि पाकिस्तान को कितना नुकसान हुआ है।