“दुम दबाकर भागा पाकिस्तान”
भारत-पाकिस्तान तनाव पर पेंटागन के पूर्व अधिकारी और अमेरिकन एंटरप्राइज़ इंस्टीट्यूट के वरिष्ठ फेलो माइकल रुबिन (Michael Rubin) ने कहा, “सीज़फायर के लिए पाकिस्तान एक डरे हुए डॉग की तरह अपनी दुम दबाकर भागा। पाकिस्तानी सेना के पास इस बात को छिपाने के लिए कोई भी तरीका नहीं है कि क्या हुआ, जिससे वो इस सच्चाई से खुद को बचा सकें कि वो न सिर्फ हारे, बल्कि बहुत बुरी तरह हारे। स्पष्ट रूप से पाकिस्तानी सेना के भीतर एक समस्या है, क्योंकि यह पाकिस्तानी समाज के लिए एक कैंसर है और सेना के रूप में अक्षम है। क्या असीम मुनीर अपना पद बरकरार रख पाएंगे?… मूल रूप से पाकिस्तान को अपना घर (देश) साफ करने की ज़रूरत है, लेकिन यह एक खुला सवाल है कि क्या वो ऐसा करने से बहुत दूर चले गए हैं?”
पाकिस्तान के खिलाफ भारत की हुई जीत
रुबिन ने पाकिस्तान के खिलाफ भारत को विजेता करार दिया। रुबिन ने कहा, “भारत ने कूटनीतिक और सैन्य, दोनों ही तरह से जीत हासिल की है। कूटनीतिक रूप से भारत की जीत का कारण यह है कि अब सारा ध्यान पाकिस्तान के आतंकवादी प्रायोजन पर है। यह तथ्य कि वर्दीधारी पाकिस्तानी अधिकारी आतंकियों के अंतिम संस्कार में शामिल हुए, यह दर्शाता है कि आतंकी और आईएसआई या पाकिस्तानी सेना के सदस्यों के बीच कोई अंतर नहीं है। दुनिया मांग करने जा रही है कि पाकिस्तान अपने सिस्टम से इस गंदगी को निकाले। इसलिए कूटनीतिक रूप से भारत ने बातचीत को बदल दिया। सैन्य रूप से पाकिस्तान हैरान है…पाकिस्तान ने भारत के साथ हर युद्ध शुरू किया है और उसमें हारा, लेकिन फिर भी खुद को आश्वस्त किया कि किसी तरह जीत पाकिस्तान को मिली। पाकिस्तान के लिए खुद को यह विश्वास दिलाना बहुत मुश्किल होगा कि उसने यह 4-दिवसीय युद्ध जीत लिया है, क्योंकि वो ऐसा नहीं कर पाया।”