22 जुलाई को दर्ज कराई गई शिकायत
यह शिकायत उपमुख्यमंत्री के विशेष अधिकारी व दिल्ली में कर्नाटक भवन के उप कॉर्डिनेटर एच. अंजनेया द्वारा दर्ज कराई गई है। इसमें आरोप लगाया गया है कि मुख्यमंत्री के सहयोगी ने उनपर जूतों से हमला करने की कोशिश की। जानकारी के मुताबिक, 22 जुलाई को यह शिकायत की गई है। अंजनेया ने सहायक रेजिडेंट कमिश्नर (ग्रेड-2) सी. मोहन कुमार पर कर्मचारियों के सामने उन्हें धमकाने का आरोप लगाया है। इसके साथ, यह भी बताया गया है कि मोहन ने अंजनेया को बहस के बीच जूते उतारकर मारने तक की बात कह दी। मोहन कुमार सिद्धारमैया के विशेष अधिकारी भी हैं।
अंजनेया बोले- कुछ भी होता है तो मोहन कुमार जिम्म्मेदार होंगे
अपनी शिकायत में, अंजनेया ने कहा की जब से मैं सेवा में आया हूं, मोहन कुमार मुझे अपने कर्तव्यों का पालन करने से रोक रहे हैं। उन्होंने मुझसे कहा था कि वह अपने जूते उतारकर कक्ष में मुझे पीटेंगे। उन्होंने अपने कक्ष के बाहर स्टाफ सदस्य प्रमिला और अन्य लोगों की मौजूदगी में मुझ पर हमला करने की भी कोशिश की। मैं एक ग्रुप बी अधिकारी हूं और वर्तमान में उपमुख्यमंत्री के विशेष अधिकारी के रूप में कार्यरत हूं।
उन्होंने कहा कि अगर मेरे साथ कुछ भी होता है, अगर मैं किसी दुर्घटना का शिकार होता हूं या मुझे कोई नुकसान होता है तो मोहन कुमार को जिम्मेदार होंगे। उन्होंने आगे आरोप लगाया कि अगर उनके सेवा रिकॉर्ड की जांच की जाए, तो पता चलेगा कि उन्होंने पहले एम.एम. जोशी नाम के एक व्यक्ति पर हमला किया था।
मुख्यमंत्री के विशेष अधिकारी होने के अहंकार में, वह प्रशासन को अपनी मनमानी से चलाना चाहते हैं। हालांकि मैं सर्विस में एक वरिष्ठ हूँ, अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने मुझे प्रभारी लेखाकार के रूप में भी काम करने से रोका।
विभागीय जांच का अनुरोध
अंजनेया ने मोहन कुमार के खिलाफ विभागीय जांचका अनुरोध किया है, जिसमें कर्तव्य में बाधा डालने, पदोन्नति से इनकार करने, अभद्र भाषा का प्रयोग करने और हमले के प्रयास से संबंधित मुद्दों का हवाला दिया गया है। दिल्ली स्थित कर्नाटक भवन में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी।के। शिवकुमार के विशेष अधिकारियों के बीच हुई झड़प ने कांग्रेस के भीतर नेतृत्व की खींचतान को लेकर एक नई बहस छेड़ दी है। कर्नाटक भाजपा ने कहा है कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के बीच चल रही खींचतान ने सारी हदें पार कर दी हैं।